Vastu Tips for Water Drainage: वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) में पानी के निकासी के लिए सही दिशा का निर्धारण किया गया है. जिससे हमारे घर में सुख समृद्धि बढ़ती है. आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. घर में रहने वाले लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहता है. अगर घर से निकलने वाले पानी की दिशा ठीक नहीं है तो इससे धन हानि होती है. स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है. बारिश के पानी का भी निकास उचित दिशा में होना चाहिए. घर में जो पानी इस्तेमाल हो रहा है उसके निकास की भी व्यवस्था होनी चाहिए. पानी का बहाव चाहे फर्श का हो या छत का हो उसका निर्धारित दिशा में ही निकलना शुभ होता है.

इस दिशा में रखें जल की निकासी

पानी का ढलान हमेशा उत्तर और पूर्व दिशा में रखना चाहिए. पूर्व दिशा का नीचा होना, वास्तु के अनुसार शुभ होता है. घर की छत का ढलान भी उत्तर पूर्व दिशा में होना ही हितकर होता है. क्योंकि जब बारिश होती है तो पानी को हमेशा उत्तर और पूर्व दिशा की ओर ही बहना चाहिए. इससे आपके घर की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं. अगर आप के पानी का ढलान उत्तर और पूर्व में है तो घर में सुख, समृद्धि रहेगी और संतान का सुख प्राप्त होगा. हर घर में जल की निकासी के लिए नाली की व्यवस्था की जाती है. नाली को हमेशा ढका हुआ होना चाहिए. यह वास्तु (Vastu Tips) और स्वास्थ्य के हिसाब से भी बेहतर होता है.

इस दिशा में करें पानी की निकासी

घर से निकलने वाले पानी का ढलान दक्षिण पश्चिम की दिशा में कभी नहीं रखना चाहिए इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्या उत्पन्न हो जाती है. अगर आपके घर के पानी का निकास पश्चिम दिशा में है तो आपको संतान संबंधी समस्या बनी रहेगी. इसलिए पानी का निकास पश्चिम दिशा में नहीं रखना चाहिए. अगर दक्षिण दिशा में आप पानी निकालते हैं तो वह आप के धन को नष्ट करता है. घर के शांति समाप्त हो जाती है. परिवार के सदस्यों के बीच में लड़ाई झगड़े होते रहते हैं.

इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार पानी के निकासी की व्यवस्था हमेशा उत्तर और पूर्व दिशा में ही रखनी चाहिए. अन्य किसी दिशा में जल निकासी की व्यवस्था करने पर परिवार की तरक्की में बाधा उत्पन्न होती है. लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है. वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. धन हानि होती है.

 

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