Vastu Dosh Ke Lakshan: वास्तु शास्त्र में घर दिशा का खास महत्व माना जाता है. वास्तु के अनुसार हर एक दिशा से सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा निकलती है जिसका प्रभाव घर के सदस्यों पर पड़ता है. घर में चीजें वास्तु के मुताबिक ना हों तो वास्तु दोष लगता है. घर में वास्तु दोष हो तो इसके लक्षण अपने आप दिखाई देने लगते हैं. वास्तु दोष के प्रभाव से घर में कुछ ना कुछ परेशानियां बनी रहती हैं. आइए जानते हैं कि घर में वास्तु दोष होने पर किस तरह की दिक्कतें आती हैं और इससे कैसे निजात पाई जा सकती है.
वास्तु दोष के संकेत
- वास्तुशास्त्र के अनुसार जिस घर में पूर्व दिशा का स्थान ऊंचा हो वहां वास्तु दोष लगता है. ऐसे में घर के सदस्यों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इस घर में रहने वाले लोगों का जीवन परेशानियों और आर्थिक अभाव में बीतता है.
- पूर्व दिशा में दोष हो तो घर के लोगों को पेट संबंधी परेशानी झेलनी पड़ती है. घर में बरामदे की ढलान पश्चिम दिशा की ओर हो, तो भी परिवार के मुखिया को कई तरह की बीमारियों से गुजरना पड़ सकता है. पूर्व की दीवार पर सूर्य यंत्र स्थापित करने से वास्तु दोष से राहत मिलती है.
- घर का पश्चिमी भाग नीचा हो तो इस वास्तु दोष का प्रभाव संतान को झेलना पड़ता है. घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा की ओर होना अशुभ माना जाता है. पश्चिम दिशा में बना मुख्य द्वार घर में धन खर्च बढ़ाता है. इससे राहत पाने के लिए घर की पश्चिमी दीवार पर वरुण यंत्र लगाना चाहिए. घर की पश्चिम दिशा में अशोक का वृक्ष लगाने से भी वास्तु दोष दूर होते हैं.
- घर की उत्तर दिशा ऊंची हो उसमें चबूतरे न बने हों घर के सदस्यों की तरक्की में रुकावट आती है. इस घर के लोगों को थकावट, आलस और घुटनों संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इससे छुटकारा पाने के लिए घर के पूजा स्थल में बुध यंत्र की स्थापना करनी चाहिए. प्रवेश द्वार पर विंड चाइम लगाने से भी वास्तु दोष दूर होता है.
- घर दक्षिणमुखी हो तो घर के सदस्य अक्सर कर्ज में डूबे रहते हैं. इस घर में जल्दी सुख-शांति नहीं आती है. इस घर के सदस्यों को पूजा घर में श्री हनुमतयंत्र स्थापित करना चाहिए.
ये भी पढ़ें- शनिवार के दिन के ये उपाय शनि दोष से दिलाते हैं मुक्ति, प्रसन्न होते हैं शनिदेव
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.