Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में घर को नकारात्मक ऊर्जा से बचाने के लिए विशेष जोर दिया गया है. नकारात्मक ऊर्जा घर की सकारात्मकता को नष्ट कर देती है जिसका प्रभाव घर के सभी सदस्यों पर पड़ता है. ये प्रभाव कई प्रकार से हो सकता है. 


नकारात्मक ऊर्जा जब घर में प्रवेश कर जाती है तो ये व्यक्ति मे तन, मन और धन सभी को प्रभावित करती है. समय रहते यदि इस पर ध्यान न दिया जाए तो ये एक बड़ी समस्या भी बन सकती है. इसलिए घर की नकारात्मक ऊर्जा की पहचान करना अत्यंत आवश्यक है.


नकारात्मक ऊर्जा का कैसे पहचानें?
घर में यदि नकारात्मक ऊर्जा है तो, घर के सदस्यों में आपस में नहीं बनती है. मनमुटाव, तनाव और कलह की स्थिति बनी रहती है. दांपत्य जीवन में बाधाएं आती हैं. प्रेम कम होने लगता है और विवाद की स्थिति बनने लगती है. इसके साथ ही बच्चे आपस में झगड़ा करते रहते हैं और घर में अनावश्यक नुकसान होने लगता है, जिससे धन का व्यय बढ़ जाता है. 


धन की कमी होने लगती है
नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव घर के बजट को भी प्रभावित करती है. नकारात्मक ऊर्जा होने से जमा पूंजी तेजी से घटने लगती है. रोग आदि में धन का व्यय होने लगता है. व्यापार, करियर और जॉब में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.


इन बातों को याद रखें
घर में जब इस तरह की दिक्कतें नजर आने लगें तो विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. घर में स्वच्छता के नियमों का कठोरता से पालन करें. घर में कचरा जमा न होने दें. रसोई में गंदे बर्तन नहीं होने चाहिए. इसके साथ ही कुछ अन्य बाते हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए-


- घर में सुबह और शाम धूप, अगरबत्ती और दीपक जलाना चाहिए.
- नित्य पूजा करनी चाहिए.
- मंगलवार को हनुमान चालीसा और सुदंरकांड का पाठ करना चाहिए.
- शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाएं.
- सप्ताह में एक बार सेंधा नमक का पोंछा लगाना चाहिए.


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