Surya Grahan 2025: 21 सितम्बर 2025 को साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. यह ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 10:59 बजे शुरू होगा, 22 सितम्बर की रात 1:11 बजे अपने चरम पर पहुंचेगा और तड़के 3:23 बजे समाप्त होगा. भारत में यह रात के समय पड़ेगा और दिखाई नहीं देगा. इस वजह से इसका धार्मिक महत्व नहीं माना जाएगा और सूतक काल भी लागू नहीं होगा.

भारत क्यों है इस ग्रहण से पूरी तरह सुरक्षित?

भारत में यह ग्रहण दिखाई ही नहीं देगा, इसलिए धार्मिक दृष्टि से कोई सावधानी की आवश्यकता नहीं है. मंदिर खुले रहेंगे और लोगों को पूजा-पाठ में कोई व्यवधान नहीं आएगा. भारतीय परंपरा के अनुसार जब ग्रहण दिखाई न दे, तो उसका धार्मिक असर भी शून्य हो जाता है.

सिंह और कुंभ पर गिरेगा सबसे भारी असर

ज्योतिषीय दृष्टि से यह ग्रहण सिंह राशि में लगने वाला है. इसका सीधा प्रभाव सिंह और कुंभ राशि वालों पर पड़ेगा. इन जातकों के दांपत्य जीवन में तनाव, मनमुटाव और अस्थिरता बढ़ सकती है. रिश्तों को संभालने के लिए धैर्य और आपसी समझ की सबसे ज्यादा आवश्यकता होगी.

मकर राशि को दुर्घटना और बीमारी का डर

मकर राशि के जातकों को इस अवधि में दुर्घटना का खतरा है. वाहन चलाते समय सतर्क रहना चाहिए. साथ ही पेट संबंधी रोग, संक्रमण या पुरानी बीमारियों के उभरने की संभावना भी बनी रहेगी.

वृषभ राशि के घर में चिंता और बेचैनी

वृषभ राशि वालों की माता के स्वास्थ्य पर ग्रहण का नकारात्मक असर हो सकता है. घर में चिंता और बेचैनी का माहौल रह सकता है. मानसिक अस्थिरता बढ़ने की वजह से आत्मिक शांति प्रभावित हो सकती है.

कर्क राशि के लिए अचानक धन हानि का संकेत

कर्क राशि के जातकों को अचानक धन हानि का खतरा है. निवेश, लेन-देन और पैसों से जुड़े फैसलों में बहुत सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए. जल्दबाजी में किए गए निर्णय नुकसान पहुँचा सकते हैं.

ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड पर मंडरा सकता है संकट

भारत में भले ही यह ग्रहण दिखाई न दे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के कई हिस्सों में यह प्रत्यक्ष रूप से दिखेगा. ज्योतिष के अनुसार जिन देशों में ग्रहण दिखाई देता है, वहां प्राकृतिक आपदाओं की संभावना बढ़ जाती है. इस बार भी भूकंप, ज्वालामुखी गतिविधियों या भूमि से जुड़ी घटनाओं की आशंका जताई जा रही है.

वैज्ञानिक नजरिए से सिर्फ एक खगोलीय घटना

वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आकर सूर्य की किरणों को आंशिक या पूर्ण रूप से ढक देता है. इससे कुछ समय के लिए पृथ्वी के कुछ हिस्सों में सूर्य का प्रकाश रुक जाता है. यह पूरी तरह एक प्राकृतिक और खगोलीय घटना है, जिसे डर का कारण मानना अनुचित है.

भारत निश्चिंत रहे, राशियां सतर्क रहें

भारत में इस ग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं होगा और लोग इसे केवल समाचार और सोशल मीडिया के माध्यम से देख पाएंगे. लेकिन ज्योतिषीय रूप से सिंह, कुंभ, मकर, वृषभ और कर्क राशि वालों को सतर्क रहना चाहिए. वहीं विदेशों में इसका असर प्राकृतिक आपदाओं के रूप में सामने आ सकता है.

FAQs

Q1. क्या 21 सितम्बर 2025 के सूर्य ग्रहण का सूतक भारत में मान्य होगा?नहीं, क्योंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा.

Q2. किन राशियों पर सबसे अधिक असर होगा?सिंह, कुम्भ, मकर, वृषभ और कर्क राशि पर इसका असर रहेगा.

Q3. यह ग्रहण किन देशों में दिखाई देगा?मुख्यतः ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में.

Q4. क्या मंदिर बंद होंगे?नहीं, भारत में सूतक लागू नहीं होगा, इसलिए मंदिर बंद नहीं होंगे.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.