फरवरी में षड्ग्रही योग को मकर राशि में चंद्रमा, सूर्य, गुरु, शनि, बुध और शुक्र ग्रह मिलकर बनाएंगे. षड्ग्रही योग लगभग 59 साल बाद बनने वाला है. 9 फरवरी की देर शाम से 11 फरवरी की देर रात्रि तक यह योग रहेगा. यह योग माघ कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी में बनेगा. माघ शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि में पूर्ण होगा.
इस योग के प्रभाव से पृथ्वी तत्व की सभी राशियां लाभ में रहेंगी. वृष, कन्या और मकर राशि के लिए शुभ संकेत बनेंगे. योजनाएं फलभूत होंगी. इन राशियों के जातक नवीन कार्ययोजनाओं को गति प्रदान कर पाएंगे.
इनके लिए सामान्य प्रभावकारी
मेष, सिंह और धनु राशि अग्नि तत्व की राशियां हैं. इनके लिए यह योग सामान्य प्रभावकारी है. सजहता के साथ शुभता के संकेत बने रहेंगे. धैर्य, धर्म और धन्यता बनाए रखते हुए इन राशियों के जातक आगे बढ़ते रहेंगे. महत्वपूर्ण प्रयासों को गति देने में यह योग सहायक होगा.
सफलता का प्रतिशत उम्मीद से कम
मिथुन, तुला और कुंभ राशियां वायु तत्व संज्ञक राशियां हैं. षठ्ग्रही योग इनसे चौथे, आठवें और बारहवें बन रहा है. इन राशियों के जातकों को जिद्द, जल्दबाजी और लापरवाही में कोई कार्य नहीं करना चाहिए. सफलता का प्रतिशत उम्मीद से कम रह सकता है.
षठग्रही योग का दीर्घकालीन असर वायु तत्वों पर पड़ेगा. इससे आगामी महीनों में तेज हवाओं जनजीवन थोड़ा प्रभावित होने की आशंका है. भूगर्मीय हलचलों में षड्ग्रही योग अधिक असरकारी नहीं है. न ही कोई अन्य बड़े सामाजिक राजनीतिक बदलाव की आशंकाएं हैं.