Shattila Ekadashi 2025: षटतिला एकादशी का व्रत समस्त पापों से मुक्ति दिलाकर व्यक्ति के लिए स्वर्ग के द्वार खोलता है ऐसी मान्यता है. आज माघ माह के कृष्ण पक्ष की षटतिला एकादशी है. जन्मकुंडली में ग्रहों की अशुभता के कारण परेशान चल रहे हैं तो आज षटतिला एकादशी पर कुछ विशेष और छोटे-छोटे उपाय करना न भूलें. इसके प्रभाव से ग्रह अनुकूल होते हैं.

षटतिला एकादशी पर सूर्य के उपाय

षटिताल एकादशी के दिन किसी विष्णु मंदिर में जाकर विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें उन्हें पीले रंग के पुष्प, माला, वस्त्र, मिठाई अर्पित करें. गाय के घी का दीपक जलाएं. भगवान को पीले केसर या चंदन का तिलक लगाएं. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार इससे सूर्य तथा गुरु ग्रह की अनुकूलता प्राप्त होती है.

गुरु ग्रह को ऐसे करें मजबूत

षटतिला एकादशी अगर कुंडली में गुरु दोष के कारण विवाह, वैवाहिक जीवन या नौकरी में कहीं दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो भगवान विष्णु-लक्ष्मी के सामने ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप का जाप 108 बार करें. शाम को तुलसी में दीपक लगाएं. केले के पेड़ की पूजा करें. इससे तमाम संकट दूर होते हैं. सुख-समृद्धि बढ़ती है.

षटतिला एकादशी पर शनि और राहु-केतु के उपाय

माघ महीने में तिल और दान का विशेष महत्व है खासकर षटतिला एकादशी पर. ऐसे में आज षटतिला एकादशी पर शनिवार का संयोग बना है. ऐसे में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत पाने के लिए काले तिल से बने भोग विष्णु जी और शनि देव को अर्पित करें.

तिल के तेल में काले तिल डालकर शनि मंत्र ऊँ शं शनैश्चराय नम: का जाप करें. जरूरतमंद लोगों को तेल दान करें. काले कंबल का दान करें. मान्यता है इससे शनि और राहु-केतु जनित दोष खत्म होते हैं.

Shattila Ekadashi 2025: षटतिला एकादशी व्रत कथा, इस दिन दान करना क्यों जरुरी जानें

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