Scorpio Horoscope: ग्रहण योग को ज्योतिष शास्त्र में अशुभ योग माना गया है. जिस राशि में यह योग बनता है, उसके कई प्रकार बाधा और परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ये कैसे बनता है आइए जानते हैं-


पाप ग्रह और चंद्रमा की युति
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण योग की स्थिति तब बनती है जब चंद्रमा राहु या केतु से पीड़ित हो जाता है. राहु और केतु को बहुत ही रहस्यमय ग्रह माना गया है. राहु और केतु को पाप ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है. राहु और केतु को छाया ग्रह भी बताया गया है. इस बार वृश्चिक राशि में चंद्रमा, केतु के संपर्क आने वाला है. जिस कारण नवंबर माह में वृश्चिक राशि में ग्रहण योग बनने जा रहा है.


वृश्चिचक राशि में कब बन रहा है ग्रहण योग
वृश्चिक राशि में ग्रहण योग बनने जा रहा है. पंचांग के अनुसार 5 नवंबर 2021, शुक्रवार को रात्रि 9 बजकर 5 मिनट के बाद तुला राशि से निकल कर वृश्चिक राशि में आ जाएगा. वृश्चिक राशि में पाप ग्रह केतु पहले से ही मौजूद हैं. जैसे ही चंद्रमा केतु के संपर्क में आएगा, ग्रहण योग की स्थिति बन जाएगी.


वृश्चिक राशि में ग्रहण योग कब तक रहेगा
पंचांग के अनुसार वृश्चिक राशि में चंद्रमा का गोचर 7 नवंबर 2021, रविवार रात्रि 9 बजकर 5 मिनट तक रहेगा. इसके बाद चंद्रमा धनु राशि में प्रवेश करेगा. धनु राशि में प्रवेश करते ही वृश्चिक राशि में ग्रहण योग समाप्त हो जाएगा.


ग्रहण योग का प्रभाव
जिस राशि में ग्रहण योग बनता है. उस राशि के व्यक्ति को सावधान रहना चाहिए. वृश्चिक राशि वालों को ग्रहण योग के दौरान सेहत, धन, करियर और बिजनेस आदि पर ध्यान देना होगा. इस दौरान बड़े फैसले को लेने से बचें. अधिक उत्साह, जल्दबाजी, जिद, क्रोध, अहंकार आदि से दूर रहना चाहिए. वाहन चलाते समय सावधानी बरतें. शांत और गंभीर रहने की कोशिश करें. तुरंत प्रतिक्रिया देने से बचें. भगवान शिव की पूजा करें. शिव मंत्र का जाप करें.


आज की खबरें
November 2021: नवंबर में इन राशियों को धन और सेहत के मामले में देना होगा ध्यान, पाप ग्रहों की बनी है दृष्टि


चित्रगुप्त पूजा कब है? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और इस पर्व का महत्व