Gem Astrology: माणिक्य यानि रूबी नवरत्नों में खूबसूरत रत्न होता है. ज्योतिष शास्त्र में माणिक्य को सर्वश्रेष्ठ रत्न माना गया है. इसके पीछे का कारण यह है कि वह ग्रहों के राजा सूर्य का रत्न होता है. माणिक्य हल्का लाल या गुलाबी रंग का होता है. कबूतर की आंख की तरह इसका रंग होता है. यह रत्न मूल्यवान होता है. इसका उपयोग ज्वेलरी की खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिए भी किया जाता है. 


माणिक्य ग्रहराज सूर्य का रत्न है. इसे सूर्यमणि या सूर्यकांत मणि भी कहते हैं. जिस प्रकार से सूर्य ग्रहों का राजा है. ठीक उसी प्रकार से माणिक्य भी नवरत्नों का राजा है. नव रत्न वाली अंगूठी में अक्सर  माणिक को मध्य में रखकर ही सारे रत्न चारों तरफ लगाये जाते है. सिंह राशि में जन्मे लोगों का राशि- रत्न माणिक्य है. वैसे तो सभी रत्नों में एक सकारात्मक ऊर्जा होती है, माणिक्य एक ऐसा रत्न है जिसमें पॉजिटिव एनर्जी कुछ अधिक पाई जाती है, इसको धारण करने के पश्चात तेज के संचार जैसा अनुभव होने लगता है. एक सकारात्मक ऊर्जा का एहसास होना शुरू हो जाता है. रूबी को सौभाग्य की प्राप्ति देने वाला रत्न माना जाता है.


किस राशि के लिए है माणिक्य फलदायी:


मेष, सिंह और धनु वालों के लिए माणिक्य बहुत लाभकारी होता है. मेष लग्न या राशि में जन्में लोगों के लिए यह माणिक्य मानसिक शक्ति का संचार करता है. निर्णय लेने की क्षमता बढ़ाने वाला होता है. साथ ही मानसिक रूप से राजा जैसी भावना भी उत्पन्न होती है. इसके अतिरिक्त मेष वाला व्यक्ति इसको पहनते हैं, तो उनके सन्तान एवं विद्या में भी तरक्की होती है .


सिंह लग्न व सिंह राशि वालों के लिए यह सर्वाधिक लाभकारी होता है. माणिक्य को धारण करने के बाद आत्मिक, शारीरिक एवं मानसिक हर प्रकार की कमजोरी दूर होती है. व्यक्ति में बल की वृद्धि होती है. आरोग्यता सा सुख प्राप्त होता है. सिंह वाले जब इसे धारण करते हैं तो माणिक्य उनकी जीवन शक्ति व आयुष्य को बढ़ाता है.


धनु लग्न या धनु राशि में जन्म लेने वाले व्यक्ति के लिए यह परम योग कारक होते हैं. धनु वालों के लिए माणिक्य का संबंध उनके भाग्य से होते हैं. यदि भाग्य का दरवाजा नहीं खुल रहा हो तो माणिक्य को धारण करने से भाग्य का दरवाजा खुल जाता है.  


माणिक्य के अंदर की प्रोफेसर, राजकीय उच्च पद, बिजनेसमैन, पॉलीटिशियन, आर्मी मैन, प्रशासन के अधिकारी, तेज युक्त क्रोधी ब्राह्मण जैसी प्रवृत्ति उत्पन्न करने की क्षमता होती है.  


जो व्यक्ति जीवन में प्रसिद्ध एवं सरकार से लाभ लेना चाहते हों उनको एस्ट्रोलॉजर की सलाह से यह रत्न धारण करना चाहिए.


जिन लोगों में आत्मविश्वास की कमी होती है, उन्हें यह रत्न जरूर पहनना चाहिए. इस रत्न को पहनने वाला व्यक्ति डिप्रेशन से दूर रहता है.


माणिक्य नेतृत्व करने की क्षमता को बढ़ाता है, अतः जिन लोगों का काम नेतृत्व करने से संबंधित है, उनको ऐसा लग रहा है कि वह ठीक से नेतृत्व नहीं कर पा रहे हैं तो उनको यह रत्न धारण करना चाहिए. 


जिन लोगों को हृदय रोग की समस्या रहती है, ऐसे लोगों को यह रत्न धारण करना चाहिए, इससे स्वास्थ्य में होने वाले उतार-चढ़ाव में आराम मिलता है.


कैसे और कब पहने माणिक्य 
जो माणिक्य गुलाबी या लाल रंग का हो और पारदर्शी हो. उसे ही चुनना चाहिए. इसे सोने या तांबे किसी भी धातु में पहन सकते हैं. रविवार के दिन सूर्योदय के समय अनामिका अंगुली में धारण करना चाहिए. 


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