Jupiter Transit April 2021: मकर राशि में गुरु का गोचर चल रहा है. मकर राशि में गुरु शनिदेव के साथ युति बनाए हुए हैं. लेकिन 6 अप्रैल को देव गुरु बृहस्पति मकर राशि में अपनी यात्रा पूर्ण कर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे. गुरु का राशि परिवर्तन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है. गुरु का वर्ष 2021 में ये पहला राशि परिवर्तन है. गुरु गोचर का प्रभाव सभी क्षेत्रों में दिखाई देगा.


गुरु का राशि परिवर्तन कब होगा?
पंचांग के अनुसार देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन 6 अप्रैल मंगलवार को दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर होने जा रहा है. गुरु मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. गुरू गोचर का मेष, मिथुन और तुला राशि वालों पर इसका क्या प्रभाव पड़ने जा रहा है, आइए जानते हैं.


राशिफल (Horoscope)


मेष राशि (Aries): गुरु का गोचर मेष राशि वालों को धन और व्यापार के मामले में शुभ फल प्रदान कर सकता है. गुरु का गोचर आपकी मेष राशि में 11 वें भाव में होने जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुंडली का 11वां भाव लाभ का भाव माना गया है. इसके साथ ही इससे भाई बहन, आय, यश आदि का भी फल ज्ञात किया जाता है. गुरु का यह गोचर आपको धन लाभ करा सकता है. निवेश, व्यापार आदि में भी अच्छे फल प्रदान कर सकता है.


मिथुन राशि (Gemini): गुरु आपकी कुंडली में 9वें भाव में गोचर करने जा रहे हैं. जन्म कुंडली का 9वें भाव को भाग्य का भाव भी कहा गया है. जन्म कुंडली के 9वें भाव का स्वामी गुरु को माना गया है. इसलिए आपके लिए गुरु का राशि परिवर्तन महत्वपूर्ण होने जा रहा है. कुंडली का नवम भाव धर्म कर्म का भी भाव होता है. इसके साथ ही इस भाव से उच्च शिक्षा और शुभ कार्यों का भी फल ज्ञात किया जाता है. गुरु का गोचर आपको धर्म कर्म के कामों में बढ़चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा. इसके साथ ही विदेश यात्रा और धार्मिक यात्राओं का भी योग बन सकता है. विद्यार्थियों के लिए गुरु का गोचर शुभ फल प्रदान करने वाला होगा.


तुला राशि (Libra): गुरु का राशि परिवर्तन तुला राशि वालों के लिए भी महत्वपूर्ण होने जा रहा है. गुरु का गोचर आपकी राशि में पंचम भाव में होने जा रहा है. जो प्रेम और शिक्षा का भाव भी कहा जाता है. इस भाव में गुरु का आना आपके लिए कुछ मामलों में बहुत ही शुभ फल प्रदान वाला होगा. शिक्षा से जुड़े लोगों को अच्छे फल मिलेंगे. विधार्थियों को परिश्रम का अच्छा फल मिलेगा. बिजनेस आदि के लिए भी गुरु का गोचर शुभ फल देने वाला साबित होगा. लेकिन किसी भी कार्य को जल्दबाजी में न करें नहीं तो हानि भी हो सकती है.


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