ज्योतिष के अनुसार सार्वजनिक कार्याें जैसे देश ग्राम के काम और युद्ध एवं सेवा व्यवहार के कार्याें में नाम राशि से भविष्य संबंधी प्रश्नों पर विचार करना चाहिए. जैसे- किस कंपनी में कार्य करना चाहिए या नहीं, इस पर नाम की राशि से विचार करना बेहतर है. कंपनी के नामाक्षर की राशि और जातक के नामाक्षर की राशि का सकारात्मक संबंध यहां अच्छे परिणाम देगा.
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके। नामराशि प्रधानत्वं जन्मराशि न चिन्तयेत्।। परिवार में होने वाले मांगलिक कार्य एवं व्यक्तिगत कार्याें के संबंध में जन्मराशि पर विचार किया जाना परिणाम दायक है. विवाह के लिए वर वधु के गुणदोष मिलान हो अथवा मुहूर्त पर विचार की स्थिति में जन्मराशि के आधार पर निर्णय लिया जाना चाहिए. इसी प्रकार यात्रा पर जाने के लिए शुभता की स्थिति जानने के लिए जन्मराशि पर विचार होना सही है. ग्रह गोचर अर्थात् ज्योतिषीय फलकथन देखते समय भी जन्मराशि की ही महत्ता मानी गई है. इस अवस्था में नाम राशि पर विचार नहीं किया जाना चाहिए.
विवाहे सर्वमांगल्ये यात्रादौ ग्रह गोचरे। जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशि च चिन्तयेत्।।
उक्त दोनों स्थितियों में भी जब भ्रम पूर्ण स्थिति निर्मित होेने पर जन्मराशि को प्रधानता दिया जाना चाहिए. कई बार ऐसा भी होता है कि जातक को स्पष्ट नहीं होता कि जन्मराशि क्या है. ऐसी अवस्था में नामराशि को महत्व दिया जाता हैै.