काला रंग को वैसे तो शुभ नहीं माना जाता है लेकिन हिंदू धर्म में कई कामों में काला रंग का प्रयोग बहुत ही शुभ माना गया है. काले रंग का धागा बांधने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. व्यक्ति को बुरी नजरों से भी बचाता है. लेकिन इसके अलावा और भी कई कार्य है जिनमें काला धागा बहुत ही प्रभावी है.


काले रंग का धागा हाथ और पैर में बांधा जाता है. इसके अलावा कमर और गले में भी पहना जाता है. शरीर के प्रत्येक अंग पर काला धागा बांधने का अलग महत्व होता है. ज्योतिष शास्त्र में काला धागा को कई प्रकार की खराब ऊर्जा से बचाने में सहायक माना गया है. शरीर के किसी भी अंग पर यदि काले रंग का धागा बंधा है तो वह नकारात्मक ऊर्जा को व्यक्ति से दूर रखता है. लेकिन काला धागा बांधने का नियम होता है अगर इन नियमों का पालन न किया जाए तो इसका पूर्ण लाभ प्राप्त नहीं होता है.


काला धागा ऐसे धारण करें
काला धागा जब भी बांधे तो इसमें नौ गांठें लगाने के बाद ही पहनना चाहिए. काला धागा धारण करने से पहले शुभ मुहूर्त का पता जरूर कर लें. क्योंकि इसका लाभ तभी प्राप्त होता है जब इसे शुभ मुहूर्त में पहना जाए. काला धागा बांधने के बाद कोई अन्य रंग का धागा नहीं बांधना चाहिए. ऐसा शुभ नहीं माना गया है. काले रंग का धागा शनिवार के दिन धारण करना चाहिए.


इस मंत्र के साथ धारण करें काला धागा


ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्॥


यह शिव गायत्री मंत्र है. इस मंत्र को बहुत ही प्रभावी माना गया है. भगवान शिव सभी का कल्याण करते हैं. इस मंत्र से शिव प्रसन्न होते हैं और हर प्रकार की बाधाओं को दूर करते है. इसलिए धागा धारण करने से पहले इस मंत्र का जाप 108 बार करें.


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