Jupiter Transit November 2021: पंचांग के अनुसार 20 नवंबर को देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन हो चुका है. गुरु अपनी नीच राशि को छोड़कर, कर्माधिपति शनिदेव के मूल त्रिकोण की कुंभ राशि में अब गोचर करेंगे. देव गुरु बृहस्पति जब कुंभ राशि में पहुंचते हैं, तो कुंभ राशि से उनका संबंध उच्च की राशि कर्क की भांति है. कुंभ के गुरु में ही कुंभ स्नान होता है. गुरु के पहुंचते ही तीन राशियां बहुत ही पॉजिटिव हो जाएंगी, उनके अंदर ज्ञान वर्षा होगी, वह राशि हैं मिथुन, सिंह और तुला. वैसे देव गुरु बृहस्पति कुंभ राशि में 6 अप्रैल 2021 को पहले आ चुके हैं, लेकिन सितंबर में यह वापस हो गए थे अपनी नीच राशि की ओर और उसके बाद 20 नवंबर को यह वापस कुंभ राशि में पधारे हैं.  3 राशियों के विषय में बात करते हैं, जो सबसे ज्यादा लाभान्वित होंगी. देव गुरु बृहस्पति के कुंभ में आने से मिथुन राशि वालों को देव गुरु बृहस्पति आत्मबल से परिपूर्ण कर देंगे.


मिथुन वालों के करियर में होगी उन्नति, बिटिया का होगा विवाह
मिथुन- देव गुरु बृहस्पति का संबंध उनके दांपत्य जीवन से हैं मित्रों से है. करियर किस तरीके का हो करियर की जिम्मेदारी देव गुरु बृहस्पति के पास ही है. भाग्य भाव में बैठकर देव गुरु बृहस्पति कुंभ राशि से जब मिथुन राशि को देखेंगे, तो निश्चित रूप से करियर में बढ़ोत्तरी होगी. जो लोग प्रोफेशनली कोई ज्ञान लेना चाहते हैं या कोई कोर्स करना चाहते हैं वह कर सकते हैं. उच्च शिक्षा के लिए यह समय बहुत अच्छा होगा. देव गुरु बृहस्पति 13 अप्रैल 2022 तक हैं, तब तक निश्चित रूप से काफी ज्ञान का लाभ प्राप्त होने वाला है. इसके अतिरिक्त जिन घरों में कन्या विवाह योग्य हैं उनके लिए अच्छा घर परिवार वर मिलने वाला है. विवाह के संजोग बनेंगे और बिटिया के हाथ पीले हो जाएंगे. मिथुन राशि वाले यदि कंपटीशन की तैयारी कर रहे हैं, तो उनके लिए भी यह समय बहुत अच्छा होगा, उन्हें ज्ञान मिलेगा और परीक्षा या इंटरव्यू में उनका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा. यह समय उनके लिए काफी निर्णायक और कारगर साबित होगा. 


गुरु की मिलेगी फुल पावर, मिलेगा ज्ञान बढ़ेगा प्रबंधन
सिंह- राशि वालों के लिए यह गुरु का बदलाव बड़े अवसर उन्नति लेकर आएगा. मिथुन और तुला से भी अधिक देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि पॉवर सिंह को मिलेगी. सिंह राशि नेतृत्व और प्रबंधन से भरी हुई है, और उस पर जब देव गुरु बृहस्पति की ज्ञान वर्षा होगी तब सिंह राशि वालों की होगी बल्ले बल्ले. गुरु की दृष्टि और कृपा प्राप्त होने वाली है, ठीक सामने से देव गुरु बृहस्पति इस राशि को चार्ज करेंगे. सिंह राशि वालों के लिए देव गुरु बृहस्पति बुद्धि, विशेषज्ञता, संतान और उच्च शिक्षा दिलाने वाले हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इनका संबंध आयु से भी है देव गुरु बृहस्पति ज्ञान बढ़ाएंगे. बड़ी जिम्मेदारी देंगे, साथ ही जिन लोगों को संतान की अभिलाषा है, उनके आंगन में किलकारियां गूंजेगी. सिंह राशि वालों को थोड़ा स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा, पेट और कमर में दर्द व भारीपन हो सकता है, इसलिए खान-पान में ध्यान रखना होगा. यदि नियमित दिनचर्या और व्यायाम का पालन करेंगे, ऐसी कोई समस्या नहीं दिखाई दे रही. 


शत्रु होंगे पराजित
तुला- राशि वालों के लिए देव गुरु बृहस्पति की कृपा इन्हें शत्रुओं से विजय दिलाने वाली होगी. लंबे समय से जो रोग व शत्रु परेशान कर रहे थे, उनपर विजय प्राप्त होगी. तुला राशि वालों की संतान का पढ़ाई में मन नहीं लगता है तो अब उनकी चिंता समाप्त होगी. देव गुरु बृहस्पति की कृपा से संतान के मस्तिष्क में मेधा का जन्म होगा. तुला राशि वालों के लिए जो शनि की ढैया चल रही है उसमें भी कुछ कमी आएगी क्योंकि देव गुरु बृहस्पति भी साथ में तुला पर दृष्टिपात करेंगे. जो लोग कानून से संबंधित कार्य करते हैं वरिष्ठ वकील हैं और जज बनने की कतार में है उन्हें भी सफलता प्राप्त होगी.


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