Jupiter Transit 2025: इस साल धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इन दिन देव गुरु बृहस्पति का गोचर होने वाला है. यह गोचर कर्क राशि में 18 अक्टूबर धनतेरस की रात को 9:39 मिनट पर होगा. गुरु के इस गोचर से दो राशियों पर अशुभ प्रभाव पड़ेगा.

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इन राशि के जातकों की सेहत पर गहरा असर पड़ सकता है. गुरु के कर्क राशि में रहने की वजह से इसका प्रभाव 5 दिसंबर को दोपहर 3:38 मिनट तक रहेगा. इसलिए इन राशि के लोगों को थोड़ी सावधानी बरतनी पड़ेगी. आइए जानते हैं इसका किन राशियों पर पड़ेगा इसका अशुभ प्रभाव.   

कन्या राशि (Cancer Horoscope)

कन्या राशि में गुरु का गोचर 8वें भाव में हो रहा है. ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक, 8वें भाव में कई तरह के विचार आते हैं, जैसे गुप्त धन, जीवन के रहस्य, परिवर्तन आदि. इस गोचर की वजह से कन्या राशि वालें जातकों को धनतेरस से लेकर 5 दिसंबर तक कई तरह के परिवर्तन देखने को मिलेंगे.

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इस दौरान जीवन में कई तरह की चुनौतियां भी आ सकती हैं. इस समय आप लोगों को कहीं भी निवेश नहीं करना चाहिए या कोई भी बीमा आदि लेने से पहले एक बार सोच लें. इस दौरान धन की कमी हो सकती है.

हालांकि इस समय इस राशि के लोगों का मन पूजा-पाठ, नाम जप और तप आदि में लगेगा. इससे मन का मनोबल मजबूत रहेगा.

वृश्चिक राशि (Scorpio Horoscope)

वृश्चिक राशि वालों का गुरु में गोचर 6वें भाव में होने वाला है. ज्योतिष शास्त्र में राशि के छठे भाव में होने की वजह से कामकाज, दिनचर्या आदि पर असर पड़ता है. धनतेरस के दिन से गुरु के कर्क राशि में होने की वजह से इस राशि के लोगों की सेहत पर गहरा असर पड़ेगा.

इस दौरान तबीयत खराब हो सकती है, या फिर कोई पुरानी बीमारी परेशानी की वजह बन सकती है. इस समय में आपको खाने-पीने और रहन-सहन का विशेष ध्यान रखना होगा. मगर, इस परिवर्तन से आपको कार्य में सफलता मिलेगी.

गुरु के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय

  • गुरु ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के लिए, अपने गुरु की सेवा करें या उनका आशीर्वाद प्राप्त करें. अगर किसी व्यक्ति का कोई गुरु नहीं है तो वह अपने घर के बड़े-बुजुर्ग लोगों की सेवा करें. इससे ग्रह का बुरा प्रभाव कम होगा. 
  • इस दौरान भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा करें. वरना गुरु के बीज मंत्र ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः या ॐ बृं बृहस्पतये नमः मंत्र का जाप भी कर सकते हैं.
  • गुरुवार के दिन किसी मंदिर या तीर्थ स्थल पर  केला, हल्दी, पीले वस्त्र, पीतल, सोना, विष्णु चालीसा आदि का दान करें. यह करने से भी अशुभ प्रभाव दूर होते हैं. 

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यताजानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.