Guru Chandal Yog: कुंडली में मौजूद ग्रह-दशाओं की स्थिति से कई बार सारे काम बिगड़ते ही चले जाते हैं और किसी काम में भाग्य का साथ नहीं मिलता है. खासकर ऐसा तब होता है,जब आपकी कुंडली में कोई दोष हो या कोई ऐसा योग बना हो, जिसका नकारात्मक प्रभाव आपके जीवन में परेशानियां खड़ी कर रहा हो.


ज्योतिष शास्त्र में गुरु चांडाल योग को सबसे विनाशकारी योग माना गया है, जोकि कालसर्प दोष से भी ज्यादा खतरनाक होता है. कुंडली में इस योग के बनने से जीवन संकटों से घिर जाता है. इस योग का बुरा प्रभाव चरित्र, शिक्षा और धन पर पड़ता है. वहीं ज्योतिष की माने तो, जन्म कुंडली के अनुसार, मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों पर गुरु चांडाल योग का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है.


गुरु चांडाल योग क्या होता है


ज्योतिष के अनुसार, जब देव गुरु बृहस्पति राहु-केतु के साथ युति करते हैं तो इससे अशुभ गुरु चांडाल योग बनता है. राहु-गुरु की युति से बनने वाले इस योग को गुरु चांडाल योग कहा जाता है. इसे बहुत ही विनाशकारी योग माना गया है. क्योकि इस अशुभ योग के बनने से कुंडली में मौजूद शुभ योग भी नष्ट हो जाते हैं, जिससे जीवन में परेशानियों का सिलसिला शुरू हो जाता है. साथ ही यह भी बता दें कि, गुरु चांडाल योग कुंडली में गुरु लग्न पंचम, सप्तम, नवम और दशम भाव का स्वामी चांडाल योग बनाता है.  


गुरु चांडाल योग 2023 कब से कब तक



  • गुरु चांडाल योग प्रारंभ- 22 अप्रैल 2023

  • गुरु चांडाल योग समाप्त- 30 अक्टूबर  2023


मेष राशि वालों को कब मिलेगा गुरु चांडाल योग से छुटकारा


राहु और गुरु की युति से गुरु चांडाल योग बनता है. 22 अप्रैल 2023 को मेष राशि में गुरु चांडाल योग लगा है. क्योंकि मेष राशि में पहले से ही राहु विराजमान थे और 22 अप्रैल को गुरु ने भी मेष राशि में प्रवेश किया है, जिससे यह विनाशकारी योग बना है. 30 अक्टूबर 2023 को राहु जब मेष राशि से निकलकर मीन राशि प्रवेश करेंगे तो मेष राशि वालों को गुरु चांडाल योग से राहत मिलेगी.


गुरु चांडाल योग का प्रभाव (Guru Chandal Yog Effects)



  • जब कुंडली में गुरु चांडाल योग बनता है तो व्यक्ति के मान-सम्मान में कमी आती है और चरित्र को हानि पहुंचती है.

  • नौकरी- व्यापार में अचानक से घाटा होने लगे या गलतियां होने लगे तो इस नुकसान का कारण भी गुरु चांडाल योग ही होता है.

  •  गुरु-राहु की युति से बने गुरु चांडाल योग में अगर राहु बलवान हो तो व्यक्ति गलत संगत में पड़ जाता है. उसे जुआ और नशे की लत लग जाती है.

  • विनाशकारी गुरु-चांडाल योग से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि खत्म हो जाती है.

  • गुरु चांडाल योग से धन की हानि होने लगती है और मानसिक परेशानियां बढ़ने लगती हैं.


गुरु चांडाल योग की शांति कैसे करते हैं? (Guru Chandal Yog upay)


गुरु चांडाल योग गुरु और राहु की युति से बनता है. लेकिन इसमें राहु सबसे अधिक प्रभावित करता है. इसलिए आपको राहु को प्रसन्न करने की जरूरत है. राहु को शांत करने के लिए कुछ उपायों और मंत्रों का जाप करना चाहिए. जानते हैं किन उपायों से करें गुरु चांडाल योग की शांति.



  • अगर आपकी कुंडली में गुरु चांडाल योग गुरु की शत्रु राशि बना हो तो आपको राहु की शांति के लिए उपाय करने की जरूरत है. इसके लिए आप गाय को चारा खिलाएं और हनुमान जी की अराधना करें.

  • गुरु चांडाल योग के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए आपको शिवजी की अराधना और अभिषेक करना चाहिए.

  • केले वृक्ष की पूजा करें, हल्दी और चंदन का तिलक लगाएं. इससे भी इस विनाशकारी दोष का प्रभाव कम होता है.

  • किसी भी दोष से मुक्ति के लिए ईश्वर की अराधना सर्वोपरी है. इसलिए घर में पूजा-पाठ करें, हवन कराएं, राहु-गुरु मंत्र का जाप करें और अपने सामर्थ्यनुसार दान करें.


ये भी पढ़ें: Muharram 2023 Date: कब शुरू होगा मुहर्रम और कब होगी यौम-ए-आशूरा, यहां जानिए डेट, इतिहास और महत्व









Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.