Feng Shui Camel Tips: फेंगशुई शास्त्र में सफलता और लाभ के लिए कई नियम बताए गए हैं. इसमें सफलता और आर्थिक उन्नति के लिए कई उपाय बताए जाते हैं. फेंगशुई में पशु-पक्षियों को शुभता एवं सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. फेंगशुई के आइटम अपने घर या काम करने वाली जगह पर रखने से घर के सदस्यों पर इसके सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं. फेंगशुई की ये चीजें धन और समृद्धि में सहायक होती हैं. इनमें से एक है फेंगशुई ऊंट. घर में फेंगशुई ऊंट रखने से हर काम में सफलता मिल सकती है. फेंगशुई ऊंट को मेहनत और सफलता का प्रतीक माना जाता है. आइए जानते हैं घर में किस तरह का फेंगशुई ऊंट रखना चाहिए और इसके क्या नियम हैं.


फेंगशुई ऊंट के नियम



  • फेंगशुई में ऊंट को रखने से विपरीत परिस्थितियों में भी सफलता हासिल होती है. माना जाता है कि ऊंट कठिन से कठिन हालात का भी डटकर मुकाबला करता है. अगर आपको नौकरी या बिजनेस में लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो अपने कार्यस्थल पर फेंगशुई ऊंट रखें.

  • निवेश को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं तो अपने लिविंग रूम में फेंगशुई ऊंट के जोड़े को  रखें. इससे निवेश से लाभ की स्थिति बन सकती है. काम में सफलता और तरक्की चाहिए के लिए कार्य स्थल पर उत्तर पश्चिम दिशा में फेंगशुई ऊंट की मूर्ति रखें. इसका सकारात्मकता प्रभाव पड़ता है.

  • तनावपूर्ण वातावरण और धन में आ रही रुकावटों को दूर करने के लिए फेंगशुई ऊंट रखना बहुत प्रभावी माना जाता है. इसके लिए घर के उत्तर पश्चिम दिशा में फेंगशुई ऊंट की मूर्ति रखना लाभकारी हो सकता है.

  • बहुत बार मांगने पर भी उधार दिया हुआ पैसा वापस नहीं मिलता है या फिर आपका धन कहीं पर फंसा हुआ है तो घर में दो कूबड़ वाले फेंगशुई ऊंट को रखें. इससे आपको आर्थिक लाभ होगा.

  • कमरे से पूर्व दिशा में फेंगशुई ऊंट की मूर्ति  रखने से किस्मत का साथ मिलता है. इसे रखने से विचारों में स्थिरता आती है और सही निर्णय लेने में भी मदद मिलती है. स्टडी रूम में फेंगशुई ऊंट रखने से करियर में सफलता मिलती है.


ये भी पढ़ें


फरवरी में इन 5 राशियों को रहना होगा सावधान, हो सकता है बड़ा आर्थिक नुकसान



Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.