हिंदू शास्त्रों और पुराणों में कई तरह के उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से आपके जीवन की सभी दुख दूर हो सकते हैं और सफलता आपके कदम चूमेगी. वहीं शास्त्रों में कई काम नहीं भी करने को कहा गया है. शास्त्रों के अनुसार अगर व्यक्ति को असफलता से बचना है तो चार तरह के काम नहीं करने चाहिए. आपको बताते हैं इन चार कामों के बारे में-
1-न करें क्षमता से अधिक दान शास्त्र कहते हैं कि किसी व्यक्ति को अपनी क्षमता से ज्यादा किसी को दान नहीं देना चाहिए. कुछ लोगों का यह स्वभाव होता है कि वह दूसरों को अक्सर पैसे उधार देते रहते हैं. इस स्वभाव के व्यक्ति अपनी कम आय होने पर भी दूसरों को दान या पैसे देते रहते हैं और यह भी नहीं परखते कि जिसे दान दे रहे हैं उसे धन की आवश्यकता है भी या नहीं.
2-धन होने पर कभी कंजूसी न करें जैसे धन न होने पर किसी और के पैसा मांगने पर उसे उधार देना एक गलत आदत है. उसी तरह जिनके पास धन की कोई कमी नहीं होती लेकिन फिर भी वे कंजूस बने रहते हैं तो ऐसे लोगों को समाज में ज्यादा मान-सम्मान नहीं मिलता. शास्त्र कहते हैं कि व्यक्ति को हमेशा अपने सामर्थ्य के अनुसार ही दान करना चाहिए.
3-बच्चों को दे अच्छे संस्कारों की शिक्षा अच्छे संस्कारों की वजह से ही हमें सबसे अधिक सम्मान मिलता है. माता-पिता को अपनी संतान को अच्छे संस्कार की शिक्षा देनी चाहिए ताकि समाज में मान-सम्मान मिलता रहे. जिन माता-पिता के संस्कारी संतान नहीं होती है उन्हें अपनी संतान की वजह से समाज में अपमानित होना पड़ सकता है.
4-बुरी संगति से छुड़ाए पीछा जो लोग गलत लोगों की संगत में रहते हैं उन्हें कभी भी मान सम्मान नहीं मिलता है. इसलिए कभी भी बुरे आचारण करने वाले और अधर्मी लोगों की संगत में नहीं बैठना चाहिए. बुरी संगति का परिणाम हमेशा बुरा ही होता है.
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