मंदिर को बहुत पवित्र स्थान माना जाता है. जो भी व्यक्ति मंदिर जाता है वह एक आतंरिक शांति का महसूस करता है. मंदिर में जाने के कुछ नियम होते हैं जिनका सभी को पालन करना होता है. अक्सर जाने-अनजाने में मंदिर में हम कुछ गलती कर बैठते हैं जिससे हमें पूजा का पूरा फल प्राप्त नहीं होता है. हम आपको बता रहे हैं कि मंदिर में क्या नहीं करना चाहिए.

  • मंदिर में भक्ति भाव से जाना चाहिए. अगर मंदिर में भारी भीड़ हो तो भी दूसरे से आगे निकलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. मंदिर में शांतिपूर्वक  भगवन के दर्शन और पूजा करनी चाहिए.
  • मंदिर में जोर-जोर से बोलना या हंसना नहीं चाहिए. इससे अन्य लोगों की पूजा में बाधा उत्पन्न होती है और आपको मंदिर जाने का पूर्ण फल नहीं मिलता है.
  • मंदिर में परिक्रमा के नियम की जानकारी होनी चाहिए. परिक्रमा हमेशा बाएं हाथ से शुरु करनी चाहिए और घूमकर दाएं हाथ की ओर परिक्रमा समाप्त करनी चाहिए. कई बार नियम की जानकारी नहीं होने की वजह से लोग गलती कर देते हैं.
  • मंदिर में किसी भी तरह से चमड़े की वस्तु वर्जित मानी गई है. मंदिर में चमड़े की बेल्ट, पर्स या चमड़े से बना कोई भी सामान लेकर  नहीं जाना चाहिए.
  • मान्यता है कि मंदिर में कभी भी भगवान की मूर्ति के सामने खड़े नहीं होना चाहिए. दरअसल मंदिर में लगी हुआ भगवान की प्रतिमाएं मंत्रों से अभिमंत्रित होती हैं जिनसे ऊर्जा निकलती है जिसे हर कोई सहन नहीं कर सकता.

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