Budh Vakri 2022 Bad Effect, Mercury retrograde in Virgo: पंचांग के अनुसार, बुध 10 सितंबर को सुबह 8 बजकर 42 मिनट पर कन्या राशि में वक्री हो रहे हैं. इसके बाद 2 अक्टूबर को ये कन्या राशि में ही मार्गी होंगे. मार्गी बुध कन्या राशि में 26 अक्टूबर तक विराजमान रहेंगे. ये 26 अक्टूबर को कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में गोचर करेंगे. कन्या में बुध के वक्री होने से कुछ राशियों को लाभ होगा तो कुछ राशियों को सावधान रहने की जरूरत है. आइये जानें किन-किन राशियों को वक्री बुध के प्रभाव से सजग रहने की जरूरत होगी.

  


बुध वक्री से इन्हें रहना होगा सजग


तुला राशि: बुध के कन्या राशि में वक्री होने का तुला राशि के जातकों पर अशुभ असर रहेगा. मानसिक तनाव रहने से मन अशान्त रहेगा. कारोबार में परिवर्तन के योग हैं. कारोबार में विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है. धैर्यशीलता में कमी आयेगी. जीवन साथी से मनमुटाव हो सकता है.


वृश्चिक राशि:  बुध के वक्री होने से वृश्चिक राशि वालों को अधिक सजग रहना होगा. इन्हें सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा. मन में आशा और निराशा के भाव बने रहेंगे. मन में नकरातमक विचारों के कारण पिता से वैचारिक मतभेद हो सकते है. संतान सुख में वृद्धि हो सकती है और नौकरी में तरक्की के अवसर भी मिल सकते हैं.  


धनु राशि: मन में नकारात्मक विचारों का प्रभाव रहेगा. ऐसे में इन्हें मानसिक शान्ति बनाये रखने की जरूरत है. जहां आय में वृद्धि के योग हैं, तो वहीं खर्च भी बढ़ेंगे. आत्मविश्वास में कमी न आने दें और अपनी भावनाओं को अपने वश में रखें. सेहत का ध्यान रखें. दैनिक कार्यों में दिक्कतें आ सकती हैं. मित्रों के सयोग से नौकरी के अवसर मिलेंगे. भाइयों का सहयोग रहेगा.


कुंभ राशि:  इनमें आत्मविश्वास में तो कमी नहीं होगी परंतु मन परेशान हो सकता है. नौकरी में कार्यक्षेत्र में बदलाव हो सकता है. आय में कमी आयेगी परंतु खर्च बढ़ेंगे, जो परेशनी का कारण बनेगा. व्यर्थ के वाद-विवाद से दूर रहें.




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