Budh Guru Yuti 2024: वैदिक ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रह समय-समय पर अपनी राशि बदलते रहते हैं. ग्रहों के राजकुमार बुध लगभग 25 दिनों के अंतराल पर एक से दूसरी राशि में गोचर करते हैं. ज्योतिषाचार्य डॉक्टर अनीष व्यास ने बताया कि बुध को वाणी, व्यापार और बुद्धि के कारक माना जाता है. बुध 26 मार्च को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में आ गया है. 


मेष राशि में पहले से ही देवताओं के गुरु बृहस्पति मौजूद हैं. इस तरह से मेष राशि में दोनों ही ग्रहों की युति हो रही है. यह युति करीब 12 साल बाद हो रही है. गुरु एक राशि में करीब 01 वर्ष तक रहते हैं इस प्रकार एक राशि में दोबारा आने में करीब 12 वर्ष का समय लगता है. मेष राशि में गुरु-बुध की युति से कई राशियों को लाभ मिलने के संकेत हैं.



ज्योतिषाचार्य ने बताया कि बुध ग्रह 26 मार्च को मेष राशि में आ गया है और 9 अप्रैल तक इसी राशि में रहेगा. 9 अप्रैल को बुध वक्री होकर यानी धीमी चाल से चलने लगेगा और पीछे की तरफ मीन राशि में प्रवेश कर जाएगा. बुध ग्रह की चाल में बदलाव होने से जहां कुछ राशियों का अच्छा समय शुरू हो जाएगा. वहीं, कुछ राशि वालों को संभलकर रहना होगा. 


इन राशियों के लिए शुभ बुध-गुरु की युति


ज्योतिषाचार्य ने बताया कि मेष राशि में बुध के आ जाने से मिथुन, कर्क, कन्या, वृश्चिक और मीन राशि वाले लोगों के लिए अच्छा समय रहेगा. इन राशियों के लोगों को जॉब और बिजनेस में आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे. रुका हुआ पैसा मिलने के भी योग बन रहे हैं. लेन-देन और निवेश में फायदा हो सकता है. इसके अलावा इन राशियों के लोग बड़े कामकाज की योजनाएं बनाएंगे. इन लोगों की तर्क शक्ति भी बढ़ेगी.


इन राशियों के लिए रहेगा सामान्य 


ज्योतिषाचार्य ने बताया कि बुध के राशि परिवर्तन से मेष, सिंह, तुला, धनु और कुंभ राशि वाले लोगों के लिए समय सामान्य रहेगा. इन 4 राशि वाले लोगों के सोचे हुए काम पूरे हो सकते हैं. कामकाज को लेकर नए और बड़े लोगों से मुलाकात हो सकती है. रोजमर्रा के कामों में मेहनत भी ज्यादा करनी पड़ेगी. दौड़-भाग बनी रहेगी. साथ ही लेन-देन और निवेश सोच-समझकर करना होगा. सेहत के मामलों में इन राशि वालों को संभलकर रहना होगा.


वृष, कन्या और मकर राशि रहेगा अशुभ 


ज्योतिषाचार्य ने बताया कि बुध के मेष राशि में आ जाने से वृष, कन्या और मकर राशि वाले लोगों को संभलकर रहना होगा. इन 3 राशियों के लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है. सेविंग खत्म होने और निवेश में नुकसान होने की आशंका है. लेन-देन में भी सावधानी रखनी होगी. किस्मत का साथ नहीं मिल पाएगा. नसों से संबंधी रोग हो सकते हैं. नौकरीपेशा लोगों के कामकाज में बदलाव और स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं.


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