Bajrang Baan Path: हिंदू धर्म में बजरंग बाण की बहुत मान्यता है. इसका पाठ हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है. बजरंगबली भक्तों के सभी दुखों को हरतें है उन्हें सभी प्रकार के भय से मुक्त करते हैं. बजरंग बाण के पाठ से बहुत लाभ मिलता है. हनुमान जी का आशीर्वाद पाने के लिए इसका पाठ करना सबसे अचूक उपाय माना जाता है. 


बजरंग बाण का पाठ करने से ग्रह दोष का समाप्ति होती है और कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है. इसका पाठ करने से विवाह में आने वाली सभी बाधाएं भी दूर होती हैं. इसके पाठ से मांगलिक और वास्तु दोष भी दूर होता है. बजरंग बाण का पाठ करके किसी भी मुसीबत से छुटकारा पाया जा सकता है. बजरंग बाण का पाठ करने के खास नियम हैं.  इस पाठ के दौरान भूलकर भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए.



बजरंग बाण पाठ के दौरान ना करें ये गलतियां


बजरंग बाण का पाठ किसी भी दिन नहीं शुरू करना चाहिए. इसका पाठ मंगलवार के दिन से ही शुरू किया जाना चाहिए. मनोकामना की पूर्ति के लिए बजरंग बाण का पाठ अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए. मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए कम से कम 41 दिनों तक इसका पाठ जरूर करें. इस पाठ के दौरान कपड़ों का विशेष ध्यान रखें.  पाठ के समय लाल रंग के कपड़े धारण करें और ब्रह्मचर्य का पालन जरूर करें. जितने दिन भी बजरंग बाण पाठ का संकल्प लें, उतने दिन नशे या मांसाहार के सेवन से दूर रहें.


बजरंग बाण सिद्ध करने की विधि


बजरंग बाण का पाठ करने से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान हो जाता है. हालांकि बजरंग बाण को सिद्ध करने की विधि का प्रयोग किया जाए तो इससे तत्काल ही लाभ प्राप्त किया जा सकता है. बजरंग बाण सिद्धि के लिए मंगलवार की मध्यरात्रि को सबसे पहले पूर्व दिशा में एक चौकी स्थापित करें. अब उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछा दें और एक कागज पर “ऊं हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्” मंत्र लिख कर उसे की पर रख दें. 


अब चौकी की दायीं तरफ घी का दिया जलाएं और कुश के आसन पर बैठकर करीब पांच बार बजरंग बाण का पाठ करें. इसके बाद कागज पर लिखे मंत्र को उठाकर घर में बने मंदिर में रख दें और रोज उसकी पूजा करें. माना जाता है कि ऐसा करने से मनोकामना जल्द ही पूरी होती है.


ये भी पढ़ें


मंगल का कर्क राशि में गोचर, इन 7 राशियों पर भारी पड़ेगा अगला एक महीना


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.