नई दिल्ली: हाथों की अंगुलियां के आकार से भी सामने वाले व्यक्ति के नेचर का पता लगाया जा सकता है. आज की दुनिया बहुत स्वार्थी है ऐसे में यह पता लगा पाना कि सामने वाला व्यक्ति कैसा है यह एक जटिल सवाल है. लेकिन हस्तरेखा विज्ञान के जरिए ऐसे सवालों को हल किया जा सकता है. व्यक्ति के हाथों की अंगुलियां बहुत कुछ कहती हैं. ऐसे में अगर थोड़ा सा ध्यान दिया जाए तो सामने वाले व्यक्ति के बारे में बहुत कुछ पता चल सकता है.

हाथ की पांचों अंगुलियों का अपना अपना महत्व है. हर अंगुली बहुत कुछ बताती है. हाथ की पहली अंगुली को तर्जनी कहा जाता है. दूसरी को मध्यमा, तीसरी अंगुली को अनामिका और चौथी और अंतिम अंगुली को कनिष्ठ अंगुली कहा जाता है. पहली यानि तर्जनी अंगुली से व्यक्ति की ताकत, स्वामित्व और दूसरों पर पड़ने वाले प्रभाव का प्रतीक मानी जाती है. मध्यमा यानि दूसरी दूसरी अंगुली से व्यक्ति की बुद्धिमता, प्रतिभा और विश्वसनीयता के बारे में पता लगाया जाता है. तीसरी अंगुली यानि अनामिका से व्यक्ति के स्वभाव, क्रिएटिविटी और लाइमलाइट में रहने की इच्छा को को प्रकट करती है वहीं कनिष्ठ यानि चौथी अंगुली कम्युनिकेशन स्किल के बारे में जानकारी देती है.

ध्यान देने योग्य बात

जब किसी व्यक्ति की अंगुली दूसरी अंगुली की ओर झुकाव रखती है तो इसका अर्थ होता है कि उस अंगुली के गुणों में कमी है. वहीं अंगुली अपने स्थान पर मजबूती लिए होती है तो इसका अर्थ होता है कि उस व्यक्ति को कसी के सहारे की जरूरत नहीं है.

अंगुली के झुकाव पर दें ध्यान

जब किसी व्यक्ति की तर्जनी अंगुली, मध्यमा की ओर झुकी होती है तो इसका अर्थ होता है कि सामने वाले व्यक्ति में आत्मविश्वास की बहुत कमी है. ऐसे व्यक्तिओं में ग्लानि और भय की स्थिति बनी रहती है. ऐसे व्यक्ति जीवन में कई बार असफल होते हैं. मध्यमा अंगुली जब अनामिका की ओर झुकी हुई होती है तो ऐसे व्यक्ति पर विश्वास सोच समझकर करना चाहिए. ऐसे व्यक्ति भयंकर गुस्सा करने वाले होते हैं. जिस कारण से इन्हें कई बार शर्मिंदा भी होना पड़ता है. जिस व्यक्ति की मध्यमा और तर्जनी की लंबाई बराबर होती है तो ऐसे व्यक्ति बहुत महत्वाकांक्षी और सफलता पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहने वाले होते हैं.

जिसकी अनामिका और मध्यमा अंगुली की लंबाई बराबर होती है वे जुआ, लाटरी जैसे कामों में रूचि रखते हैं. ऐसे व्यक्ति खतरों से नहीं डरते हैं. किसी भी समय कुछ भी फैसला कर सकते हैं. जिस व्यक्ति की मध्यमा अंगुली अनामिका से छोटी हो तो ऐसे व्यक्ति नासमझ होते हैं काम करने से पहले सोच विचार नहीं करते हैं. जिस कारण इन्हें नुकसान उठाना पड़ता है. जिसकी मध्यमा अंगुली थोड़ी घुमावदार होती है तो ऐसे व्यक्ति दूसरों की जीवन में बाधा पैदा करना अच्छा लगता है. ऐसे लोगों की सोच आपराधिक भी हो सकती है.

ये होते हैं बुद्धिमान

जिस व्यक्ति की मध्यमा अंगुली, तर्जनी और अनामिका से बड़ी होती है तो ऐसे व्यक्ति अधिक बुद्धिमान और हरकाम को बड़ी ही सूझबूझ से करने वाले होते हैं. ऐसे व्यक्ति विश्वासपात्र होते हैं. हर काम को पूरी मेहनत से करते हैं.