Akshaya Tritiya 2021 Date in India: अक्षय तृतीया को अत्यंत शुभ तिथि माना गया है. पंचांग के अनुसार 14 मई शुक्रवार को वैशाख शुक्ल की तृतीया तिथि है. हिंदू धर्म में इस तृतीया की तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है. मान्यता है कि इस दिन लक्ष्मी जी की विशेष पूजा करने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती है और माता लक्ष्मी का आशीवार्द बना रहता है. इस दिन लक्ष्मी आरती और लक्ष्मी मंत्रों का जाप करना उत्तम माना गया है. 

अक्षय तृतीया पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्तअक्षय तृतीया तिथि: 14 मई 2021, शुक्रवार तृतीया तिथि आरंभ: 14 मई 2021, प्रात: 05 बजकर 38 मिनटतृतीया तिथि समापन: 15 मई 2021,प्रात: 07 बजकर 59 मिनट

लक्ष्मी मंत्र- ॐ सौभाग्य लक्ष्म्यै नम:- ॐ अमृत लक्ष्म्यै नम:- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:- ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:- लक्ष्मी नारायण नम:- पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:- ॐ धनाय नम:

लक्ष्मी जी की आरती-ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।तुमको निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता।।ओम जय लक्ष्मी माता।उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जगमाता।सूर्य, चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता।।ओम जय लक्ष्मी माता।दुर्गा रूप निरंजनी, सुख संपत्ति दाता।जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता।।ओम जय लक्ष्मी माता।तुम पाताल निवासनी, तुम ही शुभ दाता।कर्म प्रभाव प्रकाशनी, भवनिधि की त्राता।।ओम जय लक्ष्मी माता।जिस घर में तुम रहतीं,सब सद्गुण आता।सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता।।ओम जय लक्ष्मी माता।तुम बिन यज्ञ न होते, वस्तु न कोई पाता।खान पान का वैभव सब तुमसे आता।।ओम जय लक्ष्मी माता।शुभ्र गुण मंदिर सुन्दर, क्षीरोदधि जाता।रत्न चतुर्दश तुम बिन कोई नहीं पाता।।ओम जय लक्ष्मी माता।महालक्ष्मी जी की आरती जो कोई नर गाता।उर आनंद समाता, पाप उतर जाता।।ओम जय लक्ष्मी माता।लक्ष्मी माता की जय, लक्ष्मी नारायण की जय।

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