Jupiter Retrograde 2021: गुरु वक्री से मार्गी होने जा रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र में गुरु को महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है. गुरु को बृहस्पति भी कहा जाता है. गुरु को ज्ञान, प्रशासन, उच्च शिक्षा आदि का कारक माना गया है. वर्तमान में गुरु वक्री होकर मकर राशि में शनि देव के साथ विराजमान हैं. गुरु 120 दिनों के बाद वक्री से मार्गी हो रहे हैं.


गुरु वक्री 2021 (Guru Vakri 2021)
ज्योतिष गणना के अनुसार गुरु इसी वर्ष यानि 20 जून 2021 को कुंभ राशि में वक्री हुए थे. गुरु 120 दिन बाद अब मकर राशि में मार्गी होने जा रहे हैं. पंचांग के अनुसार 18 अक्टूबर 2021, मंगलवार को गुरु वक्री से गुरु मार्गी होगे. मकर राशि में गुरु की स्थिति को विशेष माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मकर राशि, गुरु की नीच राशि मानी गई है. 


गुरु इन राशियों के स्वामी हैं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनु राशि और मीन राशि का स्वामी गुरु को माना गया है. कर्क राशि में गुरु उच्चे के माने गए हैं. इसके साथ् ही पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र का स्वामी भी गुरु को ही माना गया है. गुरु को नवग्रहों में शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है, गुरु को शादी विवाह और अन्य मांगलिक कार्योँ का भी कारक माना गया है.


गुरु मार्गी का राशियों पर प्रभाव (Guru Margi 2021)
गुरु मार्गी होने पर कुछ राशियों को अत्यंत शुभ् फल प्रदान करने जा रहे हैं. कर्क, धनु और मीन राशि वालों को गुरु जॉब में प्रमोशन, भवन, मकान और वाहन आदि का भी सुख प्रदान कर सकते हैं. इसके साथ् कन्या, वृश्चिक राशि वालों को भी मिलाजुला फल प्रदान कर सकते हैं. वृष, सिंह और मकर राशि वालों को धन और सेहत के मामले में विशेष ध्यान देने की जरूरत है. मिथुन, मीन राशि वालों को शिक्षा और व्यापार के क्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं.


यह भी पढ़ें: 
Shani Dev: शनि देव 11 अक्टूबर को बदल रहे हैं चाल, वक्री से होंगे मार्गी, इन राशियों पर होगा सबसे बड़ा असर


Chandra Grahan 2021: चंद्र ग्रहण नवंबर माह में लगने जा रहा है, जानें डेट, टाइम और सूतक काल