Adipurush History: आदिपुरुष फिल्म का ट्रेलर (Adipurush Trailer) लॉन्च हो चुका है. यह फिल्म अपने रिलीज़ से पहले ही काफी चर्चा में है. फिल्म आदिपुरुष रामायण महाकाव्य से प्रेरित है, यही वजह है कि लोग इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. आइए जानते हैं कि आदिपुरुष का मतलब आखिर होता है क्या है और इतिहास में आदिपुरुष कौन थे?


आदिपुरुष का मतलब (Adipurush in hindu mythology)


आदिपुरूष दो शब्दों 'आदि' और 'पुरुष' को मिलाकर बना है. आदिपुरुष का मतलब होता है मूल पुरुष. यानी किसी भी वंश या साम्राज्य की पहली कड़ी आदिपुरुष कहलाती है. आदिपुरुष  से ही वंश की शुरुआत हुई. इसका दूसरा अर्थ परमेश्वर भी होता है. संपूर्ण सृष्टि को बनाने वाला ईश्वर ही है और सभी उनकी संताने हैं. इसलिए आदि पुरुष ईश्वर को भी कहा जाता. इन्हें या तो भगवान शिव या विष्णु के रूप में जाना जाता है.  'राम' भगवान विष्णु जी के ही अवतार थे.



इतिहास में आदिपुरुष (Adipurush History)


पुराणों के अनुसार, ब्रह्मा जी भगवान विष्णु की नाभि से प्रकट हुए थे. भगवान ब्रह्मा को आदिपुरुष के रूप में सम्मानित किया जा सकता है. आदिपुरुष के शाब्दिक अर्थ में आदि का अर्थ है 'पहले', और पुरुष का अर्थ है 'मनुष्य'. यानी सृष्टि के आरंभ का मनुष्य. चूंकि ब्रह्मा जी सबसे पहले उत्पन्न हुए थे, इसलिए उन्हें आदिपुरुष के रूप में भी संबोधित किया जा सकता है.


वहीं रामायण (Ramayan) श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम बताया है जिसका सीधा मतलब है मर्यादों में रहने वाला और पुरुषों में सबसे उत्तम पुरुष. वहीं प्राचीन धर्मशास्त्र मनुस्मृति में मनु  महाराज को आदिपुरुष मनाया गया है. इसके अनुसार मनुष्य मनु महाराज की ही संतान है. मनुस्मृति एक एसा धर्मशास्त्र है जिसकी मान्यता पूरे संसार में विख्यात है. 


भारत (India) में वेदों (Veda) के बाद सर्वाधिक मान्यता मनुस्मृति को ही प्राप्त है. मनुस्मृति में चारों वर्णों, चारों आश्रमों, सोलह संस्कारों और सृष्टि उत्पत्ति के अलावा राज्य की व्यवस्था, राजा के मुख्य कर्तव्य, तरह- तरह के विवादों और उन सभी विषयों पर मार्गदर्शन किया गया है जो कि मानवमात्र के जीवन में ही घटित होना सम्भव है. 


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