Wheat Procurement In Uttar Pradesh: देश में गेहूं की कटाई चल रही है. हालांकि बारिश के रुख को भांपकर किसान परेशान भी है. उधर देश में गेहूं की खरीद भी तेज कर दी गई है. पिछले साल के रिकॉर्ड को देखें तो इस साल देश में बम्पर गेहूं खरीद की जा रही है. हरियाणा, पंजाब में गेहूं खरीद बहुत तेज हो गई है. वहीं अन्य स्टेट में भी गेहूं खरीद के लगातार आंकड़े जुटाए जा रहे हैं. अब गेहूं खरीद की तस्वीर उत्तर प्रदेश से सामने आ रही है. राज्य सरकार ने गेहूं खरीद में तेजी बरतनी शुरू कर दी है. 


उत्तर प्रदेश में चल रहे 5674 खरीद केंद्र


उत्तर प्रदेश में किसान परेशान न हो. उनके लिए गेहूं खरीद की व्यवस्था की गई है. किसानों की परेशानी को देखते हुए हर जिले में गेहूं खरीद की व्यवस्था की गई है. खाद्य एवं रसद विभाग, पीसीएफ, पीसीयूयूपीपीएस मण्डी परिषद, नेफेड भारतीय खाद्य निगम एजेंसियां गेहूं खरीद कर रही हैं.    इसके लिए प्रदेश भर में5674 खरीद केंद्र संचालित किए गए हैं. 


1.15 लाख टन हुई गेहूं खरीद


उत्तर प्रदेश में गेहूं खरीद की रफ्तार बढ़ रही है. प्रदेश में 25530 किसानों से करीब 1.15 लाख टन गेहूं की खरीद कर ली गई है. गेहूं खरीद के एवज में करीब 187 करोड़ रुपये किसानों के खाते में भेज दिए हैं. राज्य सरकार गेहूं बिक्री के एवज में जल्द से जल्द किसानों के खाते में धनराशि भेजने की कोशिश में जुटी हुई है.


योगी सरकार ने दिए ये निर्देश


केंद्र सरकार ने गेहूं खरीद में किसानों को बड़ी छूट दी है. 80 प्रतिशत तक की सीमा में चमक कम वाले गेहूं को खरीदा जाए. 18 प्रतिशत तक की सीमा में सिकुड़े और टूटे दाने की खरीद भी बिना किसी कटौती के कर ली जाए. योगी सरकार ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं. साथ ही कहा गया है कि मंडी में आये किसी किसान को परेशानी न हो. उसके गेहूं की खरीद  जरूर की जाए.


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