Sugar Price In India: चीनी उत्पादन में भारत विश्व के शीर्ष देशों में शुमार है. गन्ना उत्पादन से जुड़े जितने प्रोडक्ट तैयार किये जाते हैं. उनमें भारत की स्थिति अव्वल है. मगर मौजूदा समय में चीनी उत्पादन को लेकर एक चिंताजनक तस्वीर सामने आ रही है. फिलहाल देश में चीनी के कारण लोगों की रसोई का बजट बिगड़ता दिख रहा है. उत्पादन कम होने से देश में चीनी के भाव बढ़ गए हैं. इससे केंद्र सरकार की चिंता तक बढ़ गई है. थोक और रिटेल दोनों की बिक्री में ही अंतर सामने आया है.


इतने बढ़ गए चीनी के भाव


चीनी के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है. रिटेल में चीनी के दाम 1.25 रुपये प्रति किलोग्राम तक बढ़ गए हैं. 2 अप्रैल को चीनी का रिटेल दाम बढ़कर 41.05 रुपये प्रति किलोग्राम था, जोकि 2 मई को 42.30 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है. वहीं थोक में चीनी के भाव भी 124 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गए हैं.


इतना हुआ थोक मूल्य


देश में चीनी के रेटों में बढ़ोत्तरी हो रही है. चीनी का थोक मूल्य 2 अप्रैल को 3805 रुपये प्रति क्विंटल था, जोकि 2 मई को बढ़कर 3929 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. हालांकि पिछले साल चीनी उत्पादन करीब 360 लाख टन था, इस बार यह 100 लाख टन का एक्सपोर्ट है. अधिक उत्पादन के आकड़े हर्ष करने वाले हैं. 


घट गया 9 प्रतिशत चीनी प्रोडक्शन


देश में गन्ना उत्पादन प्रभावित होने का असर चीनी उत्पादन पर भी पड़ रहा है. इस साल चीनी के उत्पादन में अधिक गिरावट दर्ज की गई है. इस साल चीनी उत्पादन में करीब 9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की जा रही है. इसका बड़ा असर चीनी उद्योग पर देखने को मिल सकता है.


ये है चीनी उत्पादन की स्थिति


वर्ष 2021-22 में चीनी उत्पादन 358 लाखा टन था, जोकि वर्ष 2022-23 में बढ़कर 365 लाख टन होने की संभावना जताई गई. विपणन वर्ष 2021-22 में भारत ने रिकॉर्ड 111 लाख टन चीनी एक्सपोर्ट की थी. केंद्र सरकार मौजूदा आंकड़ों के अनुसार इसके एक्सपोर्ट पर ध्यान दे रही है


ये भी पढ़ें: Insecticide Uses: क्या रंग से भी पहचान सकते हैं कितना खतरनाक है कीटनाशक