PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12 किस्त किसान पा चुके हैं. 13 वीं किस्त का किसानों को बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने अभियान के तहत 12 वीं किस्त में काफी अपात्रों को बाहर कर दिया है. 13 वीं किस्त को लेकर भी केंद्र सरकार का छंटनी अभियान चल रहा है. किसानों को डर है कि कहीं इस छंटनी में उनका नंबर तो नहीं है. इसके लिए वह बार बार एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट पहुंचकर और कृषि विभाग पहुंचकर जानकारी ले रहे हैं. देश के विभिन्न राज्यों में किसानों को सम्मान निधि पाने के लिए जोड़ा जा रहा है. किस्त पाने में उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है. लेकिन इस राज्य में लाखों की संख्या में किसान ऐसे हैं, जोकि राज्य सरकार और कृषि विभाग के तमाम जतन के बाद ई-केवाईसी पूरी नहीं करा सकें हैं.
किसान 31 जनवरी तक कर दें आवेदनउत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने पहले 15 जनवरी तक ही ई-केवाईसी और आधार लिंक करने का मौका दिया था. लेकिन 15 जनवरी तक किसानों का खास रिस्पांस नहीं आया. अब किसानों को 31 जनवरी तक मोहलत दी गई है. किसानों को 13 वीं किस्त पाने के लिए 31 जनवरी तक ही ई-केवाईसी और आधार सीडिंग करानी होगी. अधिकारियों का कहना है कि 31 जनवरी तक जिसने भी अपडेशन नहीं कराया. उसके खाते में 13 वीं किस्त आना मुश्किल है.
73 हजार से अधिक किसानों ने नहीं कराया अपडेशनउत्तर प्रदेश के आगरा से भी किसानों के अपडेशन को लेकर खबर ठीक नहीं है. अधिकारियों का कहना है कि यहां 15 जनवरी तक किसानों सेई-केवाईसी कराने और आधार सीडिंग कराने को कहा गया था. 76,579 किसानों की सूची गांव-गांव चस्पा भी कराई गई, लेकिन इनमें से महज 3100 किसान ही प्रोसेस पूरा कर चुके हैं. अभी तक 73,479 किसानों ने प्रोसेस पूरा नहीं किया है. उनकी निधि अटक सकती है.
इस तरह करें ई-केवाईसी प्रक्रियाई-केवाईसी जनसेवा केंद्र, मोबाइल, कृषि विभाग की मदद से पूरा कर सकते हैं. जन सेवा केंद्र पर 15 रुपये शुल्क लिया जाता है. सबसे पहले केंद्र सरकार के अधिकारी पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाएं. पोर्टल पर ई-केवाइसी विकल्प का चयन करें. बाद में बायोमीट्रिक सत्यापन के लिए फिंगर आप्शन चुनें. पंजीकृत आधार संख्या दर्ज करें और इसके बाद कैप्चा कोड भर दें. आधार कार्ड में जो मोबाइल नंबर पंजीकृत है. उसे दर्ज करा दें. इसके बाद बायोमीट्रिक मशीन पर अंगुली लगाएं. ई-केवाईसी प्रोसेस पूरा हो जाएगा.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.