Agriculture in Unity: एकता में ही सफलता के राज़ छुपे होते हैं. यही कारण है कि भारत सरकार की योजना किसान उत्पादक संगठन बनाकर किसानों को सश्कितकरण प्रदान कर रही है. इस योजना का उद्देश्य किसानों को खेती-किसानी में आपसी सहयोग के लिये एकजुट करना है. जानकारी के लिये बता दें कि कि भारत सरकार के इस योजना से करीब 60,000 छोटे और सीमांत किसानों को सीधे लाभ पहुंच रहा है. इसके तहत किसानों को खेती-किसानी से जुड़े कामों में आर्थिक और सामाजिक सहयोग मिलता है. इस योजना से लाभ लेने वाले किसानों को बाजार में भी अपनी फसलों का मोलभाव करने में आसानी होती है.

क्या है किसान उत्पादक संगठनकिसान उत्पादक संगठन किसानों का एक रजिस्टर्ड ग्रुप होता है, जो खेती-किसानी से संबंधित मामलों में किसानों की मदद करता है. इससे किसानों को आपसी सहयोग के चलते फसलों की खरीद-बिक्री करने में आसानी होती है. इस योजना के तहत सरकार 2023-24 तक देशभर में 10000 नए कृषि उत्पादक संगठन बनाने का लक्ष्य रखा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा किसानों के हितों की रक्षा की जा सके और उन्हें फसलों के वाजिब दाम मिल सकें. 

किसान उत्पादक संगठन के फायदे

  • इस योजना से जुड़ने वाले किसानों को 15 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे किसान कृषि मशीनरी,  बीज, खाद और उर्वरक आदि की खरीद सुनिश्चित कर सकें.
  • इस योजना के जरिये किसानों को बेहतर कमाई करने का मौका मिलता है
  • इस योजना से जुड़कर किसान अपनी फसलों का प्रसंस्करण आदि करके आत्मनिर्भर भी बन सकते हैं
  • नये किसान उत्पादक संगठनों को सरकार 3 साल में 18 लाख रुपये देती है, जिससे किसान अपने पैरों पर खड़े हो सकें.
  • पहाड़ी क्षेत्रों में इस योजना से 100 किसानों को जोड़ा जाता है.
  • समतल क्षेत्र में 300 किसानों मिलकर एक किसान उत्पादक संगठन बना सकते हैं.
  • खुद की जमीन पर खेती करने वाले किसान ही किसान उत्पादक संगठन से जुड़ सकते हैं. 

ऐसे करें आवेदनअगर आप भी किसान हैं और किसान उत्पादक संगठन योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो इसके लिये राष्ट्रीय कृषि बाजार की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.enam.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.

  •  इसके लिये ईनाम की वेबसाइट पर जाकर एफपीओ के ऑप्शन पर क्लिक करें
  • होमपेज खुलने पर रजिस्ट्रेशन करें और पेज पर लॉग-इन करें.
  • लॉग-इन करने के बाद स्क्रीन पर दिखाई जा रही सभी जानकारियों को ठीक से भर दें

 

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