Vegetable Gardening at Home: प्रदूषण के दौर में ऑर्गेनिक सब्जियां मिलना तो जैसे मुश्किल होता जा रहा है. कितना अच्छा रहेगा अगर घर पर ही ताजा-शुद्ध सब्जियां मिल जाएं. घर पर उगी सब्जियां कैमिकल फ्री होंगी ही. इससे हेल्थ बेनिफिट भी मिलेंगे, तो क्यों ना इस साल घर पर ही सर्दियों की मशहूर सब्जियां गमले में उगाई जाएं. ये कोई मुश्किल काम नहीं है. बस आपके पास गमले या ग्रो बैग्स होने चाहिए. घर पर खाली कंटेनर पड़े हैं तो और भी अच्छा है.

अब ये देखें कि रसोई में किन सब्जियों की सबसे ज्यादा खपत है. फेमस विंटर वेजीस में गाजर, शिमला मिर्च, पालक, टमाटर, अदरक, पत्तागोभी, बीन्स, प्याज, मटर, लहसुन, आलू, मूली, फूलगोभी, माइक्रोग्रीन्स, मस्टर्ड ग्रीन या सरसों का साग, चार्ड, केल, सलाद पत्ता शामिल हैं. अब इन सब्जियों को कैसे उगाना है वो आप इन सिंपल स्टेप्स में जान सकते हैं. गमला तैयार करेंसर्दियों वाली सब्जियों की गार्डनिंग के लिए सबसे पहले गमला, कंटेनर या फिर ग्रो बैग्स को तैयार करना होगा. इसमें मिट्टी, कोकोपिट, कंपोस्ट, गोबर की खाद और कुछ न्यूट्रिएंट्स डालने होंगे. इन सभी चीजों को ऑनलाइन मार्केट या नर्सरी से भी खरीद सकते हैं. इन सभी चीजों को मिलाकर गमला तैयार करें और हल्की नमी के लिए गमले में पानी का स्प्रे करें. इसके बाद जो सब्जियां उगाना चाहते हैं, उनके बीजों का इंतजाम करें. चाहें तो बीजों को किटन वेस्ट से भी इकट्ठा कर सकते हैं या फिर ऑनलाइन मार्केट से मंगवा लें. इन बीजों की स्प्राउंटिंग करके या फिर पैकेट से निकलाकर सीधा गमले में लगा सकते हैं. 

गाजर-मूली की गार्डनिंगसर्दियों के सीजन की सबसे मशहूर सब्जी है गाजर और सलाद में मूली. इन दोनों की अलग-अलग गमले में सीडिंग करके 50 से 80 दिन के अंदर ताजा हार्वेस्टिंग ले सकते हैं.

हरी मटर की गार्डनिंगमटर की दो वैरायटी होती है झाड़ी और बेलदार. घर पर गार्डनिंग के लिए झाड़ीदार मटर का पौधा सही रहता है. सीडिंग के बाद मटर के पौधे से 60 से 70 दिन के बाद अच्छा प्रॉडक्शन ले सकते हैं. शिमला मिर्च की गार्डनिंगशिमला मिर्च को कैप्सिकम और बैल पैपर भी कहते हैं. घर पर लाल, पीले, हरे और नारंगी रंग की शिमला मिर्च भी उगा सकते हैं. इसकी सीडिंग के बाद 60 से 90 दिन के अंदर कई बार शिमला मिर्च निकलती हैं. 

अदरक की गार्डनिंगसर्दी हो या गर्मी, रसोई में अदरक की हमेशा डिमांड रहती है. इसके लिए बीज खरीदने की भी जरूरत नहीं, बल्कि रसोई से ही इसकी साफ-सुथरी कटिंग लेकर गमले में लगा सकते हैं.

बीन्स की गार्डनिंगसर्दियों में बीन्स काफी काम आती है. अच्छी बात ये है कि इसकी बेल को उगाना बेहद आसान है. इस बार बीजों की बुवाई करने पर घर के किसी भी कोने में इसकी बेल को लटका सकते है, जिससे 45 से 65 दिन के अंदर पूरी बेल फलियों से भर जाती है.

प्याज-लहसुन की गार्डनिंगसर्दियों में तेजी से ग्रो करने वाली वेजिटेबल में है प्याज और लहसुन. हरी प्याज को उगाना और भी आसान है. बस जड़ों को गमले में लगाना होचा है और 65 से 100 दिन के अंदर ताजा हरी प्याज, लहसुन मिलने लगता है. प्याज-लहसुन को पानी के जार में भी उगा सकते हैं.

हरी पत्तेदार सब्जी की गार्डनिंगहरी पत्तेदार सब्जियों में ही तो असली पोषण छिपा होता है. इन्हें उगाना भी बेहद आसान है. माइक्रोग्रीन्स से लेकर मस्टर्ड ग्रीन या सरसों का साग, चार्ड, केल, सलाद पत्ता, पालक, मेथी और धनिया के बीजों को अलग-अलग गमले में लगाकर 30 से 45 दिन के बाद ताजा हार्वेस्टिंग कर सकते हैं. इन्हें जड़ समेत ना उखाड़ें, क्योंकि पत्तेदार सब्जियों की एक बार सीडिंग के बाद कई बार हार्वेस्टिंग मिलती है, जिससे रसोई का बजट संभाल सकते हैं.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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