सफेद मूली आपने बहुत खाई होगी, सलाद, पराठा, अचार और रायते में सफेद मूली का इस्तेमाल हर घर में होता है. लेकिन क्या आपने कभी काली मूली खाई है. काली मूली के बारे में तो शायद कई लोगों ने सुना भी नहीं होगा. लेकिन इसकी खेती से किसान बंपर कमाई कर रहे हैं. आज आपको बताते हैं काली मूली की खेती के बारे में और बाजार में इसकी डिमांड के बारे में. इसके साथ ही हम आपको ये भी बताएंगे कि काली मूली खाने के क्या फायदे होते हैं.
काली मूली की खेती कैसे होती है?
काली मूली की खेती बिल्कुल सफेद मूली की तरह होता है. दरअसल, दिखने में ये शलजम की तरह होती है, लेकिन इसका बाहरी हिस्सा बिल्कुल काला होता है. अंदर से ये भी आम मूली की तरह सफेद होती है, लेकिन स्वाद में बहुत अंतर होता है. खेती के बारे में बताएं तो ऐसे तो इसकी खेती ठंड में ज्यादा होती है, लेकिन अब किसान इसे पूरे साल उगाते हैं. बाजार में ये सफेद मूली से कहीं ज्यादा महंगी बिकती है. भारत समेत पूरी दुनिया में इसकी डिमांड पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है. इसके पीछे है इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व.
क्या हैं काली मूली के फायदे?
ब्लैक रैडिश जिसे आप काली मूली भी कहते हैं वो इंसानी शरीर के लिए रामबाण है. काली मूली में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है जो हमारे दिल को स्वस्थ रखती है. इसके अंदर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का भी कमाल का गुण होता है. इसके अंदर मौजूद प्रोटीन, विटामिन-बी 6, थियामिन,विटामिन-ई जैसे पोषक तत्व हमारे शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि काली मूली हमें कब्ज में भी राहत दिलाती है. इसके अंदर मौजूद आइसोटीन, सोर्बिटोल, मैंगनीज और फोलेट कब्ज को आपसे दूर रखते हैं.
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