Kharif Crop Production 2022: पहले सूखा और पिछले कई दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने खरीफ फसलों के उत्पादन का गणित बिगाड़ दिया है. कम बारिश का सीधा प्रभाव खरीफ फसलों पर हुआ है. कृषि मंत्रालय (Agriculture Ministry) ने भी कम बारिश के चलते खरीफ फसलों के कम उत्पादन का अनुमान जताया है. कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, चालू 2022-23 में खाद्यान्न की कुल पैदावार 14.99 करोड़ टन होगी. यह पिछले खरीफ सीजन 15.6 करोड़ टन (Kharif Season Crop Production 2022) की तुलना में कम है. तिलहनी फसल, धान व कुछ अन्य फसलों के कम उत्पादन होने का अनुमान है, जबकि चालू सीजन में गन्ने की रिकार्ड पैदावार दर्ज की जा सकती है.

घट सकता है धान का उत्पादनधान को खरीफ सीजन की प्रमुख नकदी फसल कहते हैं. देश के कई हिस्से यहां तक विदेश में भी चावल खाने के शौकीन होते हैं. यह फसल इस बार 10.50 करोड़ टन (Paddy Production) तक हो सकती है. पिछले साल यही फसल 11.17 करोड़ टन हुई थी.

2.31 करोड़ टन हो सकती है मक्कामक्के का उत्पादन देश ने 2.31 करोड़ टन हो सकता है. पिछले साल 2.26 करोड़ टन मक्का हुई थी. अनुमान के मुताबिक इस साल मक्का का रिकॉर्ड उत्पादन हो सकता है. वहीं मोटा अनाज 3.56 करोड़ टन होने का अनुमान है. पिछले खरीफ सीजन में 4.06 करोड़ टन उत्पादन हुआ था. मक्का के आंकड़े खुश करने वाले तो वहीं मोटे अनाज का उत्पादन (Maize Production)निराश करने वाला है.

तिलहनी फसल हो सकती हैं 2.36 करोड़ टनतिलहनी फसल (Oil Seed Production) होने का अनुमान 2.36 करोड़ टन है जबकि यह पिछ्ले सीजन में 2.39 करोड़ टन हुई थी. वहीं पिछले साल अरहर की पैदावार (Tur Production)  43.40 लाख टन हुई थी. इस बार यह 38.9 लाख टन होने का अनुमान है. मूंगफली की पैदावार (Groundnut Production) 83.7 लाख टन और सोयाबीन की पैदावार 1.29 करोड़ टन का अनुमान है. वहीं दलहनी फसलों की पैदावार (Pulses Production) पिछले साल के बराबर हो सकती है. इसका 83.7 लाख टन पैदावार होने का अनुमान है. 

गन्ने का उत्पादन तोड़ सकता है रिकार्डइस बार गन्ने का उत्पादन (Sugarcane Production)रिकॉर्ड तोड़ सकता है. कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2022-23 में गन्ने का उत्पादन 46.50 करोड़ टन होने का अनुमान है, जबकि गन्ना पिछले साल 43.18 करोड़ टन हुआ था.

उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार में बारिश से नुकसानओरिगो कमोटीडीज ने खरीफ उत्पादन को लेकर अपना अनुमान जारी किया है. सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राजीव यादव ने बताया कि पहली बार अनुमान जारी किया गया है. वर्ष 2022-23 में पिछले साल की अपेक्षा 2 प्रतिशत खरीफ उत्पादन कम होने का अनुमान है. वर्ष 2021-22 में खरीफ 653.59 मीट्रिक टन हुआ था, वहीं चालू सीजन में यह 640.42 मीट्रिक टन रह सकता है.

कमोडिटी रिसर्च तरुण तत्संगी ने बताया कि वर्ष 2022-23 में कॉटन का उत्पादन (Cotton Production) 8.5 परसेंट बढ़ोत्तरी के साथ 34.2 मिलियन मीट्रिक टन गांठ हो सकता है. कपास की बुआई पिछले वर्ष की तुलना में 1.8 प्रतिशत अधिक रह सकती है. सोयाबीन उत्पादन (Soybean Production) 4.5 प्रतिशत से बढ़कर 12.48 मिलियन मीट्रिक टन हो सकता है. वर्ष 2021 में यह 11.95 मिलियन मीट्रिक टन हुआ था. उन्होंने कहा कि बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश में बारिश के कारण खरीफ का उत्पादन (Kharif Crop Production) प्रभावित हुआ है.

यहां आ सकती है गिरावटओरिगो कमोडिटीज के अनुमान मुताबिक धान उत्पादन में गिरावट आ सकती है. धान का वार्षिक उत्पादन 13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 96.7 मिलियन मीट्रिक टन हो सकता है. 2021- 22 में यह 111.17 मिलियन मीट्रिक टन था.

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