Makhana Production In Bihar: किसानों के हित में प्रदेश और राज्य सरकार लगातार कदम उठा रही हैं. राज्य सरकार की हमेशा कोशिश रहती है कि किसानों के हित में हमेशा कदम उठाया जाए. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत अन्य सरकारें किसान हित में कमेशा कदम उठाती रहती हैं. जानने की कोशिश करते हैं कि बिहार कैसे देश में अपना खेती में अपना परचम लहरा रहा है. कैसे लोग बिहार के स्वास्थ्य और उसके कृषि स्वास्थ्य से जुड़ते जा रहे हैं. जानने की कोशिश करते हैं कि इस संबंध में क्या बेनिफिट सामने आ सकते हैं. 


आलू, लीची, मखाना उत्पादन में ये है स्थिति


आलू, लीची, मखाना उत्पादन में बिहार लगातार तरक्की कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, भारत की स्थिति देखें तो आलू उत्पादन में बिहार तीसरे राज्य पर है. कुल लीची उत्पादन बिहार में भारत का 40 प्रतिशत तक होता है, यानि लीची उत्पादन में बिहार की अच्छी स्थिति है. मखाना भी भारत का कुल 15 प्रतिशत उत्पादन कर रहा है. इसके अलावा शहद और आम की खेती में भी बिहार चौथे नंबर पर पहुंच गया है. 


बिहार की मशरूम भी फेमस


ऐसा नहीं है कि बिहार का केवल लीची, आलू, मखाना ही प्रसिद्ध है. मशरूम उत्पादन में भी बिहार देश में झंडा गाड़ रहा है. देश का कुल 10 प्रतिशत मशरूम उत्पादन बिहार में ही होता है. यहां की मशरूम हट बहुत फेमस हैं.. बिहार के किसान भाई छोटी सी जगह में मशरूम के लिए झोपड़ी बना लेते हैं, जिन्हें मशरूम हट के नाम से जाना जाता है. इसी जगह पर तकनीक और सूझबूझ से मशरूम उगाकर मोटी आमदनी कर लेते हैं. राज्य सरकार मशरूम उत्पादन पर सब्सिडी भी दे रही हैं. किसानों को इसका लाभ लेना चाहिए. 


शहद उत्पादन में भी बिहार बेहतर


शहद उत्पादन में भी बिहार की पोजीशन अच्छी है. देश कुल शहद प्रोडक्शन का बिहार 12.6 प्रतिशत तक शहद उत्पादित करता है. आम 8 प्रतिशत, केला 6 प्रतिशत, मखाना 85 प्रतिशत, आलू 17.1 प्रतिशत उत्पादन कर रहा है. अधिकारियों का कहना है कि शहद उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोसेसिंग यूनिट बेहतर करने की आवश्यकता है. इससे बिहार में और अधिक शहद उत्पादन हो सकेगा. अन्य फल सब्जी के उत्पादन में भी बिहार को नंबर वन बनाए जाने की कवायद जारी है. 


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