Agriculture Growth In Bihar: देश में रबी सीजन की बुवाई चल रही है. एक बड़ी आबादी फसलों की बुवाई में जुटी है. किसानों की मेहनत का ही नतीजा है कि देश के अधिकांश राज्यों में एग्रीकल्चर एरिया बढ़ रहा है. क्षेत्र बढ़ने के कारण ही पैदावार भी हर साल बढ़ रही है. बिहार में भी काफी संख्या में लोग खेती-बाड़ी से जुड़े हैं. अच्छी बात यह है कि बिहार राज्य में साल दर साल खाद्यान्न का रकबा बढ़ता जा रहा है. बिहार की एग्रीकल्चर ग्रोथ पर एक नजर डालते हैं.  


वर्ष 2021-22 में हुआ 184.86 मीट्रिक टन खाद्यान्न


रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2021-2022 में कुल 184.86 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है. जबकि एक साल पहले इसका उत्पादन करीब 179 लाख मीट्रिक टन था. एक साल में यह 5 लाख मीट्रिक टन बढ़ गया. 


गेहूं, चावल सभी का उत्पादन बढ़ा


वर्ष 2021 और 2022 के लिए खाद्यान्न उत्पादन के नवीनतम आंकड़ें सामने आए हैं. उसके अनुसार, बिहार मंे 77.17 लाख मीट्रिक टन चावल और 68.89 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन हुआ है. खरीफ और रबी सीजन में कुल 184.86 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का उत्पादन होता था. लेकिन अभी जो आंकड़ों में तस्वीर सामने आ रही है. उसके हिसाब से बिहार ने ग्रोथ दर्ज की है. 


इस तरह बढ़ा उत्पादन


बिहार में पिछले कुछ सालों में खाद्यान्न का उत्पादन बढ़ा है. आंकड़ों को देखें तो वर्ष 2019-20 में उत्पादन 163.80 लाख मीट्रिक टन हुआ, 2020-21 में यह बढ़कर 179.52 लाख मीट्रिक टन हो गया. वहीं, 2021-2022 में 184.86 लाख मीट्रिक टन हो गया. वर्ष 2022-23 में यह और तेजी से बढ़ा है. 


इस साल हो सकता है 70 लाख मीट्रिक टन गेहूं


विशेषज्ञ, इस साल गेहूं उत्पादन बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि खरीफ सीजन के आखिर में तेज बारिश ने मौसम में बदलाव कर दिया है. नमी अधिक होने से बुवाई आसान हुई है. इस साल लगभग 70 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान है. वहीं, चावल का उत्पादन 2022-2023 में 60 से 62 लाख मीट्रिक टन होने की संभावना जताई जा रही है. 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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