Crop Loss Compensation: मौसम की अनिश्चितताओं से हर साल किसानों को भारी नुकसान होता है. साल 2022 में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. कहीं बेमौसम, आंधी-तूफान से फसल को नुकसान हुआ तो कहीं सूखा पड़ने से किसानों की हालत त्रस्त हो गई. ऐसी परिस्थितियों में कई राज्य सरकारें किसानों की मदद के लिए आगे गई हैं. इस कड़ी में बिहार सरकार ने भी राहत अनुदान योजना चलाई है, जिसके तहत फसल नुकसान झेलने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर के लिए 13,500 रुपये का अनुदान दिया जाता है.  

फसल नुकसान की होगी भरपाईदेश में अब मौसम की अनिश्चित गतिविधियां खेती पर हावी होने लगी हैं, जिसका हर्जाना किसानों को भुगतना पड़ता है. कई किसान तो कर्ज लेकर भी खेती करते हैं, जो लगभग आर्थिक संकट मे फंस जाते हैं. बिहार में भी इस साल कई किसानों को भारी नुकसान हुआ. ऐसे नुकसान के बदले किसानों को कुछ अंश सहायता मिल सके, इसलिए बिहार सरकार ने कृषि इनपुट सब्सिडी स्कीम चलाई है, जिससे कुछ हद तक भरपाई की जा सकती है.

कैसे करें आवेदनयदि आप भी बिहार के किसान हैं और आपकी फसल में भी मौसम की अनिश्चितताओं के कारण भारी नुकसान हुआ है तो आप भी कृषि इनपुट सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं. इस स्कीम से लाभ लेने के लिए किसानों को कुछ शर्तें माननी होंगी. किसान के पास खुद की खेती योग्य जमीन होनी चाहिए. कम से कम 2 हेक्टेयर जमीन वाले छोटे किसानों को इस स्कीम का लाभ दिया जाएगा.  किसान की ई-केवाईसी यानी बैंक से आधार लिंक होना चाहिए.

आवश्यक दस्तावेजकिसान बिहार का स्थाई निवासी होना चाहिए

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • पहचान पत्र
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • घोषणा पत्र

कैसे करें आवेदनबिहार कृषि इनपुट योजना में आवेदन करने के लिए कृषि विभाग के ऑफिशियल पोर्टल dbtagriculture.bihar.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं.

  • यहां कृषि इनपुट अनुदान-खरीफ(2021-22) के विकल्प के साथ आवेदन करें पर क्लिक करना होगा.
  • यदि किसी सीजन में प्राकृतिक आपदाओं से किसानों को नुकसान होता है, तब ही सरकार इस योजना में आवेदन मांगती है, इसलिए समय-समय पर इस पोर्टल को विजिट करते रहें.
  • अधिक जानकारी के  लिए अपने जिले के नजदीकी कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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